दिल्ली के चांदनी चौक की हरदयाल लाइब्रेरी में पिछले लगभग 14 महीनों से कर्मचारियों को वेतन नहीं मिल रहा है , जिसके कारण सभी कर्मचारियों की स्थिति इतनी दयनीय हो गई है कि वह अपने बच्चों का भरण पोषण तथा शिक्षा जैसी मौलिक अगर आवश्यकताओ को भी पूरा नहीं कर पा रहे हैं।
हरदयाल लाइब्रेरी की सचिव श्रीमती पूनम पाराशर झा को कर्मचारियों ने अपनी स्थिति की तथा अपनी समस्याओं से अवगत कराया था परंतु सचिव महोदय कर्मचारियों को कोई भी संतोषजनक उत्तर नहीं दे पा रही है अपितु निगम द्वारा दिए गए फंड को मनमाने ढंग से खर्च कर रही है जिसके कारण लाइब्रेरी भ्रष्टाचार का अड्डा बन गई है।
अपने हितों को साधने के लिए सचिव महोदय अपने पद का दुरुपयोग करते हुए तरह-तरह के आदेश पारित कर रही हैं यदि कोई कर्मचारी इस मनमाने रवैया के विरुद्ध कुछ बोलता है तो उनका तबादला कर दिया जाता है तथा नौकरी से बर्खास्त करने की धमकी दी जाती है इस तरह कर्मचारियों का आर्थिक शारीरिक तथा मानसिक शोषण हो रहा है।