नई दिल्ली : शिक्षा और इंफ्रास्ट्रक्चर में रिफॉर्म के लिए चर्चा में आए दिल्ली के सरकारी स्कूल अब दुर्घटना संभावित क्षेत्र बनते जा रहे हैं। स्कूलों पर ऐसा ग्रहण लगा है कि आए दिन बच्चों के साथ दुर्घटनाओं के मामले सामने आ रहे हैं। ताजा मामला सर्वोदय कन्या विद्यालय दयानंद रोड, दरियागंज का है।
यहां नौवीं कक्षा की एक छात्रा द्वारा स्कूल की छत से छलांग लगाने का मामला सामने आया है। घटना गुरुवार दोपहर की है। छत से कूदने के कारण छात्रा की रीड हड्डी टूटने की खबर भी सामने आ रही है। मामले में स्कूल प्रशासन अपनी जिम्मेदारी से बचता नजर आ रहा है। वहीं बदनामी के डर से मामले के पुलिस तक पहुंचने से बचाया जा रहा है। सूत्रों के मुताबिक पीड़ित छात्रा अनाथ है और डिप्रेशन की बीमारी से जूझ रही है।
छात्रा अंसारी रोड स्थित एक आश्रम में रहती है। जानकारी के मुताबिक घटना के बाद पीसीआर (पुलिस कंट्रोल रूम) को कॉल की गई। पुिलस सूत्रों के मुतािबक छात्रा के सीिढ़यों से गिरने की बात सामने आ रही है। इस मामले में जब जिला उप शिक्षा निदेशक (डीडीई) रजनी रावल से फोन पर बात की गई तो उन्होंने शिक्षा निदेशक से बात करने के लिए कहा और फोन काट दिया। वहीं स्कूल प्रबंधन भी इस मामले में बोलने से गुरेज कर रहा है।
क्या है पूरा मामला
सूत्रों के मुताबिक गुरुवार को कक्षा नौवीं बी की छात्रा सब्जेक्ट टीचर के कहने पर लाइब्रेरी में एक पुस्तक लेने गई थी। पुस्तक को लेकर छात्रा की लाइब्रेरियन के साथ बहसबाजी हो गई और गुस्से में छात्रा ने लाइब्रेरियन को धक्का दे दिया। इसके बाद लगभग 1.30 बजे उसने खुद को टॉयलेट में बंद कर लिया।
करीब दो घंटे बाद एक लेडी सफाई कर्मचारी ने उसे बाहर निकाला। पर छात्रा का गुस्सा ठंडा नहीं हुआ था और वह टॉयलेट से सीधा स्कूल की छत पर पहुंच गई। छात्रा छत पर खड़ी थी और नीचे खड़ा टीचिंग और नॉन टीचिंग स्टाफ उसे पीछे हटने के लिए कह रहा था। पर छात्रा ने उनकी एक न सुनी और छत से कूद गई। एक मंजिल से गिरने के कारण छात्रा की रीड की हड्डी टूट गई।
हैरत की बात है कि घटना के बाद घायल छात्रा को अस्पताल ले जाने के बजाए बदनामी के डर से स्कूल प्रशासन ने उसे स्कूल परिसर में ही बैठाए रखा। फिर बाद में उसे कश्मीरी गेट स्थित ट्रोमा सेंटर ले जाया गया।
मामले में बोलने को लेकर जिला डीडीई ने चेताया
सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक घटना की जानकारी मिलने पर लगभग दोपहर 3.30 बजे सेंट्रल डिस्ट्रिक्ट की उप शिक्षा निदेशक(डीडीई) रजनी रावल स्कूल पहुंचीं। उनके पहुंचने तक छात्रा को स्कूल में ही बैठाए रखा गया, जबकि उस समय उसे उपचार की जरूरत थी।
जानकारी के मुताबिक स्कूल पहुंचने के बाद रजनी रावल ने स्कूल के सभी स्टाफ को इस मामले में बोलने को लेकर चेताया है। उन्होंने कहा कि स्कूल की कोई भी खबर बाहर नहीं जानी चाहिए।