कृषि कानून के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे किसानों ने आज भारत बंद का एलान किया है। किसानों के भारत बंद के बावजूद दिल्ली परिवहन निगम (डीटीसी) की बसों और दिल्ली मेट्रो सहित सार्वजनिक परिवहन सोमवार को सुचारू रूप से चालू रहे।
राष्ट्रीय राजधानी में मेट्रो ट्रेनों और बसों के अलावा, ऑटो रिक्शा और सार्वजनिक और निजी परिवहन के अन्य साधन भी सामान्य रूप से आवाजाही करते दिखे।मेट्रो स्टेशनों पर सुरक्षा बढ़ा दी गई है, हालांकि, मेट्रो सेवाओं को निलंबित करने की कोई घोषणा नहीं की गई है। भारत बंद को लेकर दिल्ली पुलिस अलर्ट पर है।दिल्ली यातायात पुलिस ने प्रतिष्ठित लाल किले के दोनों मार्गों को बंद कर दिया है। अधिकारी ने कहा, 'छत्तरेल और सुभाष मार्ग को दोनों तरफ से बंद कर दिया गया है।'यह कदम संयुक्त किसान मोर्चा द्वारा सोमवार को दिए गए भारत बंद के आह्वान के मद्देनजर उठाया गया है।26 जनवरी को लाल किले की घटना कैसे एक गंभीर हिंसा में बदल गई, इस बात को ध्यान में रखते हुए इस बार पुलिस बल को अधिक सतर्क देखा गया।
भारतीय किसान यूनियन(बीकेय्रू) ने तीन विवादास्पद कृषि बिलों के खिलाफ अपना विरोध जारी रखने के लिए सुबह 6 बजे से शाम 4 बजे तक 10 घंटे के भारत बंद का आह्वान किया है।किसान संघ ने भारत बंद के आह्वान 27 सितंबर को किया है, क्योंकि गत वर्ष आज ही के दिन इसे कानून बनाया गया था। किसान संघों ने इस दिन को काला दिवस के रूप में मनाने का फैसला किया है।
रविवार शाम जारी बीकेयू के आधिकारिक बयान के अनुसार, ट्रेड यूनियनों सहित अपने समर्थकों के साथ फार्म यूनियनों ने विरोध के लिए अपना समर्थन देने का फैसला किया है।उन्होंने कुछ आपातकालीन सेवाओं को छोड़कर बाजार बंद करने का फैसला किया है।बीकेयू के मुताबिक, ट्रेड यूनियनों के अलावा राजनीतिक दलों, छह राज्य सरकारों और समाज के विभिन्न वर्गों ने भी अपना समर्थन दिया है।
फार्म यूनियन ने घोषणा की है कि वे राष्ट्रीय राजधानी से जुड़ने वाली सभी सीमाओं को बंद कर देंगे।किसान नवंबर 2020 से दिल्ली-सिंघु, टिकरी और गाजीपुर की तीन सीमाओं पर धरने पर बैठे हैं।इस बीच, केंद्रीय ट्रेड यूनियनों ने किसान यूनियनों के प्रति एकजुटता दिखाने के लिए जनता मंतर पर विरोध प्रदर्शन करने का फैसला किया है।