दिल्ली नगर निगम के गैर जिम्मेदार कर्मचारियों पर शिकंजा कसने लगा है। एमसीडी मेयर शैली ओबेराय ने सभी जोनल अधिकारियों को ऐसे कर्मचारियों की लिस्ट बनाने के निर्देश दिए हैं। मेयर ने यह सख्ती एमसीडी के स्कूलों, अस्पतालों और पार्कों की बदहाली के संबंध में लगातार आ रही शिकायतों के मद्देनजर दिखाई है। इन्हीं शिकायतों के मद्देनजर मेयर ने बुधवार को कई स्थानों का निरीक्षण किया था। इस दौरान कई जगह स्कूलों में गंदगी के ढेर मिले थे।
स्थानीय पार्षदों की शिकायतें
वहीं पार्कों की स्थिति बेहद खराब मिली थी।इसी के साथ उन्होंने नजफगढ़ जाने के पार्षदों के साथ मीटिंग भी की थी। मेयर शैली ओबेराय ने कहा कि कई दिनों से स्थानीय पार्षदों की शिकायतें आ रही थीं। इसमें लगातार कहा जा रहा था के उनके क्षेत्र में सफाई नहीं हो रही है। मेंटिनेंस के अभाव में पार्क बदहाल हो रहे हैं। स्कूलों में सभी संसाधन होने के बावजूद बच्चों को ना केवल जमीन पर बैठना पड़ रहा है, बल्कि उन्हें गुणवत्तापूर्ण शिक्षा भी नहीं मिल पा रही।
मेयर ने डिप्टी मेयर अलय मोहम्मद इकबाल के साथ की समीक्षा बैठक
उन्होंने जोनल अफसरों को जारी निर्देश में साफ तौर पर कहा कि हम यहां सेवा करने के लिए आए हैं। ऐसे में आम आदमी के लिए असुविधा पैदा करने वाले अधिकारियों व कर्मचारियों को किसी हाल में बख्सा नहीं जाएगा। मेयर ने डिप्टी मेयर अलय मोहम्मद इकबाल के साथ एमसीडी द्वारा संचालित विभिन्न योजनाओं की समीक्षा की। इस मीटिंग में लगभग सभी पार्षदों ने अपने क्षेत्र की समस्याएं उठाईं। इनमें सबसे अधिक समस्या साफ सफाई, प्राथमिक स्कूल और पार्कों की थी।
समस्याओं का समाधान
मेयर ने पार्षदों को भरोसा दिया कि ना केवल समस्याओं का समाधान होगा, बल्कि लापरवाही बरतने वाले कर्मचारियों के खिलाफ भी कार्रवाई होगी। उन्होंने साफ किया कि दिल्ली के अंदर शिक्षा व्यवस्था को मजबूत करने के लिए जल्द ही अलग सी नीति लाई जाएगी। इससे शिक्षकों की कमी दूर होगी। उन्होंने बताया कि दिल्ली सरकार की शिक्षा मॉडल के तहत एमसीडी के स्कूलों में भी इंतजाम किए जाएंगे।
अतिक्रमण और अवैध रूप से संचालित डेयरियों का भी मुद्दा
मेयर की बैठक में पार्षदों ने अतिक्रमण और अवैध रूप से संचालित डेयरियों का भी मुद्दा उठाया। बताया कि नजफगढ़ जोन के सागरपुर, डाबरी आदि इलाकों में इस तरह की डेयरियां खूब संचालित हो रही हैं। इससे गंदगी होने के साथ अतिक्रमण की भी स्थिति है। इस शिकायत पर मेयर ने अधिकारियों को सभी डेयरियों की जांच कराने, नियमानुसार कार्रवाई कराने के आदेश दिए हैं।