पूर्वी दिल्ली : नॉर्थ-ईस्ट डिस्ट्रिक्ट में एक बार फिर राहगीर की गोली लगने से मौत होने का मामला सामने आया है। इस बार घटना नंद नगरी इलाके की है। जहां मुठभेड़ में एक राहगीर की गोली लगने से मौत हो गई। दरअसल एक कांस्टेबल और बदमाश के बीच गुत्मगुत्था हो रही थी। उसी दौरान बदमाश ने गोलियां चला दी। गोली कांस्टेबल को तो नहीं लगी, लेकिन एक गोली पास से ही गुजर रहे कमल कुमार उर्फ राजू (50) के सीने में जा लगी। ये देख आरोपी अपनी देसी पिस्टल और कार मौके पर ही छोड़कर फरार हो गया। घायल को उपचार के लिए जीटीबी अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। पुलिस ने हत्या का केस दर्ज कर लिया है।
मौके पर मिली स्विफ्ट डिजायर कार चोरी की नहीं है। डीसीपी नॉर्थ-ईस्ट अतुल कुमार ठाकुर कहना है कि कार पसोंडा, गाजियाबाद निवासी मुकर्रम की है। पुलिस तीन संदिग्धों को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है। साथ ही अन्य आरोपियों की अन्य अन्यों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की जा रही है। पुलिस के मुताबिक, सोमवार रात करीब साढ़े 11 बजे एक कार में कुछ संदिग्ध लोग नंद नगरी इलाके में थे। इस दौरान गश्त कर रहे एक कांस्टेबल अजय ने उनके हाथ में हथियार देखा तो उसे लगा बदमाश इलाके में किसी वारदात को अंजाम देने के इरादे से आए हैं।
उसने उनसे पूछताछ शुरू की तो वे भागने लगे। इस पर अजय ने उनका पीछाकर एक बदमाश को दबोच लिया। जबकि उसके दो साथी मौके से फरार हो गए। दोनों के बीच गुत्मगुत्था होने लगी। उसी दौरान आरोपी ने पिस्टल निकालकर अजय पर फायरिंग की। अजय बच गया। इस पर आरोपी ने दोबारा गोली चलाई अजय फिर बच गया और गोली पीछे से आ रहे कमल को लग गई। इसके बाद आरोपी मौके से अपने दो अन्य साथियों के साथ फरार हो गया।
बहन के पास रहता था मृतक
कमल अपनी बहन व बहनोई के साथ हर्ष विहार इलाके में रहता था। वह इलाके में मजदूरी का काम करता था। वह मूलरूप से सुदामापुरी गांव, अलीगढ़ यूपी का रहने वाला था। करीब 15 वर्ष पूर्व माता-पिता और दो भाइयों की मौत हो गई थी। इसके बाद वह अपनी बहन तारावती और जीजा ओमप्रकाश के साथ इनके घर पर ही रह रहा था। उसकी शादी भी नहीं हुई थी।
बहन-बहनोई के लिए खाना पैक कराकर ला रहा था… वारदात के समय कमल अपने भांजे मनोज के साथ वापस घर लौट रहा था। दोनों बाहर खाना खाने गए थे, चूंकि बहन तारावती का हाथ जल गया था। इस कारण घर में खाना नहीं था। कमल ने भांजे के साथ खाना खाने के बाद बहन-जीजा के लिए खाना पैक करा लिया था। दोनों वापस पैदल लौट ही रही थे, तभी रास्ते में ये वारदात हो गई।