पूरी दुनिया 2019 से कोरोना वायरस का आतंक जारी है और इसका प्रभाव भारत में मार्च 2020 से शुरू हुआ। इस खतरनाक महामारी का कहर अभी भी चल रहा है और इसकी दूसरी लहर ने पूरे देश में भयावह तबाही मचाई है। इस संकट काल में देश के कई राज्यों में ऑक्सीजन की भारी कमी देखी गई और इस पर भारी राजनीति भी सामने आई।
वहीं, कोरोना की दूसरी लहर के दौरान कथित तौर पर ऑक्सीजन की कमी के कारण हुई मौतों के मामलों को लेकर दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया मंगलवार को केंद्र सरकार पर जमकर हमला बोला। सिसोदिया ने कहा कि केंद्र ने दिल्ली सरकार से यह कभी नहीं पूछा कि दूसरी कोविड की लहर के दौरान ऑक्सीजन की कमी के कारण राजधानी में मौतें हुई या नहीं।
‘आप’ के नेता ने इसे भाजपा का प्रोपेगैंडा करार दिया है। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार झूठ बोल रही है कि वे ऑक्सीजन की कमी के कारण होने वाली मौतों का डेटा एकत्र कर रहे हैं। सिसोदिया ने कहा कि आप राज्यों से पूछोगे नहीं, राज्यों को जांच नहीं करने दोगे और आप कह दोगे कि राज्य बता नहीं रहे? उन्होंने कहा कि दिल्ली सरकार को अब तक केंद्र से ऐसा कोई पत्र नहीं मिला है।
डेटा साझा नहीं करने के लिए केंद्र केवल राज्यों को दोषी ठहरा रहा है। हम उनसे कोई कम्यूनिकेशन न होने के बावजूद सभी डेटा केंद्र को भेज देंगे। उन्होंने कहा कि दिल्ली को दूसरी कोविड लहर के दौरान गंभीर ऑक्सीजन संकट का सामना करना पड़ा। सिसोदिया ने साफ कहा कि ऐसे में बिना जांच के यह कह पाना कि ऑक्सीजन की कमी से मौतें हुई हैं या नहीं मुश्किल है। सिसोदिया ने कहा कि केंद्र ने हमें अभी तक कोई पत्र नहीं भेजा है, फिर भी हम अपना जवाब केंद्र सरकार को भेजेंगे।