नई दिल्ली : दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने शनिवार को बच्चों और उनके अभिभावकों को एग्जाम के प्रेशर से बचने के गुर दिये। उन्होंने बताया कि कैसे एग्जाम के तनाव पर पार पाया जा सकता है। शिक्षा मंत्री मंडावली के राजकीय सर्वोदय बाल विद्यालय में शिक्षा विभाग के अधिकारियों के साथ एक विदाई समारोह कार्यक्रम में बोल रहे थे। इस दौरान मनीष सिसोदिया ने कहा कि एग्जाम आ गये हैं लेकिन ये कोई हव्वा नहीं है। यदि कोई एक एग्जाम या सब्जेक्ट आगे पीछे हो भी जाता है तो तनाव में रहने की जरूरत नहीं है। ये मानकर चले कि जो बच्चा हिंदी में अच्छा है वो किसी अन्य सब्जेक्ट में भी अच्छा होगा।
हर बच्चे का एक फेवरेट सब्जेक्ट होता है। वह उस विषय या उसके इर्द-गिर्द के विषय में अच्छी मेहनत करे तो बढ़िया परिणाम ला सकता है। इस दौरान शिक्षा मंत्री ने खासतौर पर अभिभावकों को समझाते हुए कहा कि यदि बच्चे का कोई पेपर खराब हुआ हो तो घबराने की जरूरत नहीं है। घर में ऐसा महौल न बनाये जिजसे बच्चा तनाव में आ जा जाए बल्कि उसका हौसला बढ़ाएं। यदि किसी विषय में बच्चे के एक-दो प्रश्न छूट गये या उसका पेपर खराब गया हो तो यह अभिभावकों को लिए ऐसा समय है जब उन्हें अपने बच्चे को सहारा देकर ऊपर उठाना चाहिए।
यदि इस समय बच्चे को सहारा दिया गया तो वह न केवल उच्च शिक्षा बल्कि जिंदगी के हर इम्तीहान में बढ़िया प्रदर्शन करेगा। उसको यह विश्वास दिलायें कि आज तो खराब हो गया लेकिन आगे बेहतर होगा। उन्होंने कि इस स्कूल में 12वीं कक्षा के 110 बच्चे हैं। सभी को मेरी शुभकामनाएं। इस दौरान उपमुख्यमंत्री ने बच्चों और उनके अभिभावकों को एजुकेशन लोन की भी जानाकारी दी और उनकी पढ़ाई में दिल्ली सरकार की ओर से हर संभव मदद देने का आश्वासन दिया।
अन्य विशेष खबरों के लिए पढ़िये पंजाब केसरी की अन्य रिपोर्ट।