दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने बुधवार को कहा कि सरकार इस बात पर विचार कर रही है कि राष्ट्रीय राजधानी में फिर से स्कूलों को जल्दी कैसे खोला जाए। उन्होंने एक संवाददाता सम्मेलन में कहा, “इस बात पर विचार विमर्श किया जा रहा है कि दिल्ली में फिर से स्कूलों को जल्दी कैसे खोला जा सकता है, खासकर बोर्ड कक्षाओं के लिए क्योंकि परीक्षाओं की तारीखों की घोषणा हो गयी है।”
सिसोदिया ने कहा, ‘‘(स्कूलों को फिर से खोलने की) हमारी भविष्य की रणनीति इस बात पर निर्भर करेगी कि अग्रिम कार्यकर्ताओं के टीकाकरण के बाद कोविड-19 टीका आम लोगों के लिए कितना जल्दी उपलब्ध हो पाता है।’’ राष्ट्रीय राजधानी में स्कूल पिछले साल मार्च से ही कोरोना वायरस महामारी के कारण बंद हैं।
कुछ राज्यों में आंशिक रूप से स्कूल फिर से खुले हैं, लेकिन दिल्ली सरकार ने घोषणा की है कि जब तक कोई टीका उपलब्ध नहीं होगा तब तक स्कूल नहीं खुलेंगे। सिसोदिया ने घोषणा की कि दिल्ली सरकार कोविड के बाद की दुनिया में शिक्षा विषय पर 11 से 17 जनवरी के बीच अंतरराष्ट्रीय शिक्षा सम्मेलन आयोजित करेगी।
बता दें कि पंजाब सरकार ने बुधवार को कक्षा पांच से 12वीं तक के छात्रों के लिये सभी विद्यालयों को सात जनवरी से खोलने का फैसला लिया। राज्य के शिक्षा मंत्री विजय इंदर सिंगला ने कहा कि अभिभावकों की मांग पर राज्य सरकार ने सभी सरकारी, अर्धसरकारी और निजी स्कूलों को सात जनवरी से खोलने का फैसला लिया है। यहां जारी एक बयान में सिंगला ने कहा कि स्कूल खुलने का समय सुबह 10 बजे से 3 बजे तक रहेगा। मंत्री ने कहा कि सिर्फ कक्षा 5 से 12 तक के छात्रों को स्कूलों में आकर पढ़ाई की अनुमति होगी।