नई दिल्ली : उत्तरी जिला पुलिस ने एटीएम में स्किमिंग डिवाइस लगाकर डेबिट कार्ड्स की क्लोनिंग करने वाले रोमानिया (विदेशी) गैंग का पर्दाफाश किया है। पुलिस ने इस विदेशी गैंग की दो युवतियों समेत पांच लोगों को गिरफ्तार किया है। आरोपियों की पहचान कॉस्टैच ईरिना (26), कैरागिका एलिसाबेथा (33), लवतारु ईओन (38), दुमित्री निकोली (36) और निस्टोरी लिली (36) के रूप में हुई है। आरोपियों के पास से 102 क्लोनिंग प्लास्टिक कार्ड्स, चार फोन, एक लैपटॉप, पासवर्ड रिकॉर्ड करने में इस्तेमाल कैमरा व मैमोरी बरामद हुई है।
डीसीपी नूपुर प्रसाद ने बताया कि दिल्ली में पिछले कुछ महीनों से एटीएम क्लोन कार्ड द्वारा ठगी की शिकायतें मिल रही थीं। सदर बाजार थाने में करीब तीन महीने पूर्व ऐसा ही एक कैस दर्ज हुआ था। एसीपी सदर बाजार राम मेहर सिंह के नेतृत्व में एसएचओ सदर बजार सुरेंद्र सिंह यादव की टीम जांच में जुट गई। पुलिस को एटीएम बूथ से एक फुटेज मिली।
जिसमें नकाबपोश दो महिलाएं नजर आईं, जो एटीएम मशीन में स्किमिंग डिवाइस लगाकर चली गईं। पुलिस को मालूम था कि इस गैंग के सदस्य मशीन को निकालने आएंगे। पुलिस ने एटीएम के पास जाल बिछा दिया। जैसे ही विदेशी महिलाएं स्किमिंग डिवाइस निकालने पहुंची एसआई आशीष, एसआई प्रकाश और कॉन्स्टेबल दलीप, सीमा आदि ने आरोपियों को दबोच लिया। उनकी निशानदेही पर अन्य तीन पुरुष साथियों को भी पकड़ लिया। इनकी गिरफ्तारी के बाद ठगी के सात मामले सुलझा लिए गए हैं।
पुलिस की माने तो यह गैंग लाजपत नगर, मालवीय नगर, करोलबाग, राजेंद्र नगर में भी वारदातों को अंजाम दे चुके हैं। पुलिस दिल्ली भर में ऐसे लोगों को रिकॉर्ड खंगाल रही है, जिनके पास एटीएम कार्ड होते हुए भी खाते से रुपए निकल गए। फिलहाल पुलिस ने आरोपियों को कोर्ट में पेश कर तिहाड़ भेज दिया है।
रोमानिया : गरीब अमीर होने आए दिल्ली
दिल्ली में डेबिट-क्रेडिट कार्ड का क्लोन बनाकर ठगी की वारदातों को अंजाम देने वाला रोमानिया गैंग गरीब तबके का है। उन्होंने अमीर होने के लिए यूके से ऑनलाइन स्किमिंग मशीन खरीदी थी। जिसके बाद अमीर होने के लिए दिल्ली आ गए। यह गैंग अक्टूबर 2018 से दिल्ली में एक्टिव था। आशंका है कि यह गैंग अब तक एक हजार से अधिक लोगों को अपना शिकार बनाकर एक करोड़ से अधिक की ठगी कर चुका है।
इन्होंने दिल्ली आकर कितनी तेजी से रुपया बनाया, इस बात का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि गरीब होने के बवजूद ये लोग दिसंबर 2018 में आस्ट्रेलिया के टूर पर गए थे। इन्होंने दिल्ली में और तेजी से लूट मचाने के लिए अपने दो और साथियों को दिल्ली बुला लिया। यह गैंग पुलिस से बचने के लिए दिल्ली में ठिकाने बदलता रहता है।
ऐसे देते थे अंजाम
कोई भी जल्दी से महिलाओं पर शक नहीं करता। इसीलिए गैंग की महिलाएं मुंह पर नकाब लगाकर एटीएम बूथ में जातीं और एटीएम कार्ड लगाने वाली जगह पर स्किमिंग मशीन फिट कर देतीं। इसके अलावा एक माइक्रो स्पाई कैमरा डिस्प्ले के ऊपर फिट कर देतीं। इस तरह उन्हें पास वर्ड का भी पता चल जाता था।
पहले भी पकड़ा गैंग
इस गिरोह ने तीन महीने पहले सदर बाजार इलाके में ठगी की एक वारदात की थी। तब एटीएम बूथ से पुलिस को सीसीटीवी फुटेज मिली। पुलिस उस समय का सारा मोबाइल डंप डाटा निकाला। पुलिस को संदिग्धों को पता चल गया। उससे पहले की पुलिस उन्हें पकड़ने पहुंचती। गैंग के सदस्य दिसंबर में आॅस्ट्रेलिया चले गए।
– वसीम सैफी