नई दिल्ली : सड़क पर हैवी ट्रैफिक और जाम से परेशान दिल्लीवासियों को सोमवार से राहत मिलनी शुरू हो जाएगी। सोमवार दोपहर बाद से लोग जहां आईटीओ चौक पर स्काईवॉक कर सकेंगे। वहीं मंगलवार दोपहर बाद से रानी झांसी फ्लाईओवर पर वाहन फर्राटा भरेंगे। लगभग 54 करोड़ रुपए की लागत से लोक निर्माण विभाग द्वारा बनाए गए स्काईवॉक में लोगों की सुविधा के लिए कई सेवाएं दी गई है। इस पर उतरने चढ़ने के लिए लिफ्ट लगाई गई है। साथ ही वाईफाई की सुविधा दी जा रही है।
इसे रोशन करने के लिए सोलर पैनल लगाए गए हैं। ऊर्जा बचाने के लिए एलईडी लाइटों का प्रयोग किया गया है। सुरक्षा को मजबूत करने के लिए सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं। इसके अलावा लोगों की सुविधा के लिए स्काईवॉक पर एक प्लाजा भी बनेगा। जहां फूड एंड शॉपिंग के स्टॉल भी होंगे। इस स्काईवॉक के खुलने के बाद पांच महत्वपूर्ण रोड जुड़ जाएंगे।
इसमें सिकंदरा रोड, तिलक मार्ग, बहादुर शाह जफर मार्ग, इंद्रप्रस्थ मार्ग और दीन दयाल मार्ग शामिल हैं। इस सड़कों पर कई महत्वपूर्ण कार्यालय हैं जिसमें प्रति दिन हजारों की संख्या में लोग आते-जाते हैं। अभी तक इन्हें सड़क पार करने में समस्या होती थी लेकिन स्काईवॉक के माध्यम से आसानी से सड़क पार कर सकेंगे।
दस सालों से चल रहा था काम
जाम से परेशान उत्तरी दिल्लीवासियों को मंगलवार से राहत मिल जाएंगी। दिल्ली नगर निगम द्वारा पिछले दस सालों से तैयार किए जा रहे रानी झांसी फ्लाईओवर को मंगलवार से आम जनता के लिए खोल दिया जाएगा। करीब 1.8 किलोमीटर लंबे इस फ्लाईओवर के खुलने के बाद पूसा रोड अपर रिज, रोहतक रोड को फिल्मिस्तान सिनेमा, डीसीएम चौक, आजाद मार्केट, रोशनआरा रोड सहित अन्य सड़कों से होकर गुजरने वाले वाहनों को राहत मिलेगी। अब इन्हें कश्मीरी गेट, करोल बाग, मोरी गेट, कमला नगर, सदर बाजार, पहाड़गंज और आजाद मार्केट में लगने वाले भारी ट्रैफिक जाम से मुक्ति मिल जाएगी।
अब सिग्नेचर ब्रिज की तैयारी
जाम से परेशान यमुना पार के निवासियों को जल्द ही सिग्नेचर ब्रिज से राहत मिलेगी। दिल्ली के पर्यटन विभाग द्वारा तैयार करवाएं जा रहे इस ब्रिज को अगले सप्ताह तक खोलने की तैयारी है। यमुना नदी पर बन रहे सिग्नेचर ब्रिज का काम लगभग पूरा हो गया है, इसे अंतिम रूप दिया जा रहा है। जल्द ही सुरक्षा व अन्य क्लीयरेंस लेने की प्रक्रिया शुरू कर दी जाएगी। इस ब्रिज के खुल जाने के बाद भजनपुरा, खजूरी, यमुना विहार सहित यमुनापार के लाखों लोगों को फायदा होगा। इन्हें अब यमुना नदी को पार करने के लिए वजीराबाद पुल पर घंटों जाम में नहीं फंसना होगा। बता दें कि 1518.37 करोड़ रुपए की लागत से तैयार हुए इस ब्रिज की डेडलाइन कई बार बढ़ाई गई।