नई दिल्ली : दिल्ली के सरकारी स्कूलों में पढ़ रहे बच्चों को अपने पैरों पर खड़ा होना सिखाने की दिशा में शुरू किए गए एंटरप्रेन्योरशिप माइंडसेट करिकुलम के सकारात्मक नतीजे अब सामने आ रहे हैं। एंटरप्रेन्योरशिप माइंडसेट करिकुलम के तहत स्कूलों में उद्यमियों द्वारा बच्चों के साथ अपने निजी अनुभव साझा किए जा रहे हैं और बच्चे इनसे सीख ले रहे हैं। इस कड़ी में पूर्वी दिल्ली के कुछ सरकारी स्कूलों में गुरुवार को सफल उद्यमियों ने बच्चों के साथ अपने अनुभव साझा किए और उन्हें प्रोत्साहित किया।
राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक बालिका विद्यालय (जीजीएसएसएस), खिचड़ीपुर अनुज जिंदल ने छात्राओं के साथ एक उद्यमी होने के अनुभव साझा किए। इस दौरान उन्होंने बच्चों को प्रोत्साहित करते हुए कहा कि यह दिल्ली सरकार की शानदार पहल है, क्योंकि इससे निश्चित रूप से छात्रों को भविष्य में अपने सपनों को हकीकत में बदलने में मदद करेगा। शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया व उनकी टीम को इसका श्रेय जाता है।
इसी तरह एक सफल उद्यमी आलोक बाजपाई ने जीजीएसएसएस, बेगमपुर में एंटरप्रन्योरशिप माइंडसेट की कक्षा ली। इसकी जानकारी खुद शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया ने ट्वीट कर दी। सिसोदिया ने ट्वीट में लिखा कि ‘आपको और बच्चों को इतना खुश देखकर अच्छा लगा। मैं भी आज एक कक्षा में गया और मैंने वही अवलोकन किया। ऐसे ही शानदार काम करते रहें। ‘उद्यमियों के साथ लाइव बातचीत’ कार्यक्रम का हिस्सा बनने के लिए धन्यवाद।
सिसोदिया ने बताई सफलता की कहानी
सर्वोदय कन्या विद्यालय, गाजीपुर में सफल उद्यमी शशांक द्वारा गुरुवार को ली गई एंटरप्रेन्योरशिप माइंडसेट कक्षा के बारे में सिसोदिया ने भी अपने विचार रखे। सिसोदिया ने बताया कि शशांक ने 800 रुपए मासिक वेतन के साथ अपना करियर शुरू किया था और 55000 रुपए तक आगे बढ़े, लेकिन अब वह एक सफल उद्यमी हैं, जो घर बैठे ही महीने के डेढ़ लाख रुपए कमा लेते हैं और सीधे 200 नौकरियां देने की क्षमता रखते हैं। ऐसी कहानियों से बहुत कुछ सीखने को मिलता है।