दिल्ली में बढ़ते प्रदूषण को लेकर सुप्रीम कोर्ट ने जताई चिंता, स्मोक टावर प्रोजेक्ट भी हुआ फेल

दिल्ली में बढ़ते प्रदूषण को लेकर सुप्रीम कोर्ट ने जताई चिंता, स्मोक टावर प्रोजेक्ट भी हुआ फेल
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दिल्ली में बढ़ते प्रदूषण को लेकर सुप्रीम कोर्ट ने चिंता जताई है। शीर्ष अदालत ने अहम टिप्पणी करते हुए कहा कि प्रदूषण पर लगाम लगाने के लिए बनाए गए एयर क्वालिटी मैनेजमेंट कमीशन (एक्यूएमसी) ने उम्मीद के मुताबिक काम नहीं किया है।
एयर क्वालिटी मैनेजमेंट को लेकर केजरीवाल ने बड़ी-बड़ी बातें
कोर्ट की इस टिप्पणी पर प्रतिक्रिया जाहिर करते हुए पश्चिमी दिल्ली सीट से भाजपा सांसद कमलजीत सहरावत ने कहा कि एयर क्वालिटी मैनेजमेंट को लेकर केजरीवाल ने बड़ी-बड़ी बातें की थी। उन्होंने कहा था कि दिल्ली का प्रदूषण खत्म करना उनकी प्राथमिकता है। पहले तो वह पंजाब को जिम्मेदार ठहराते थे। कहते थे कि वहां पर पारली जलाई जाती है, इसलिए दिल्ली के अंदर प्रदूषण होता है। जब पंजाब में आप की सरकार बन गई तो उन्होंने यह बातें कहनी बंद कर दी।
स्मोक टावर प्रोजेक्ट भी फेल हुआ साबित
भाजपा सांसद ने कहा की 70 लाख की एक स्मोक टावर मशीन लगाकर करोड़ों का वह प्रचार करते हैं। उनका स्मोक टावर प्रोजेक्ट भी फेल साबित होता है। आज दिल्ली के हालात बद से बदतर है। दिल्ली में पहली बार प्रदूषण की छुट्टियां हो रही हैं। आप सरकार की ओर से पॉल्यूशन कंट्रोल के लिए कोई कदम नहीं उठाए गया है। उसकी वजह से दिल्ली में प्रदूषण का स्तर बहुत बढ़ा हुआ है। सुप्रीम कोर्ट की जो टिप्पणी है, वह बिल्कुल सही है। दिल्ली का प्रदूषण आज पूरे विश्व में चर्चा का विषय बन गया है। दिल्ली के लोग इससे शर्मसार हो रहे हैं।
दिल्ली विधानसभा के चुनाव में ह गए तीन महीने
आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल की ओर से दिल्ली की मुख्यमंत्री आतिशी को लिखे गए पत्र को लेकर उन्होंने कहा कि दिल्ली विधानसभा के चुनाव में तीन महीने रह गए हैं। साढ़े नौ साल केजरीवाल राज में कोई काम नहीं किया गया। अब पत्र लिखने का क्या फायदा है। दिल्ली और नगर निगम में आप की सरकार है। चिट्ठी लिखने का खेल बंद करना चाहिए और बचे हुए कार्यकाल में विकास के कामों को गति देना चाहिए।

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