जबसे नए संसद भवन का निर्माण हुआ तबसे ही विपक्ष इसको लेकर विरोध कर रहा है औऱ अब तो विपक्षी पार्टीयों ने खुले तौर पर नाराजगी जाहिर की है। बीते दिनों राजनीतिक दलों को समारोह मे शामिल होने के लिए निमंत्रण दिया गया लेकिन कई दलों ने समारोह मे शामिल होने से मना कर दिया। इसी तरह नीतीश कुमार ने भी नए संसद में शामिल न होने को लेकर कहा कि इस नए संसद भवन की जरुरत नहीं थी केवल इतिहास को खत्म किया जा रहा है इसके आगे उन्होंने बीजेपी पर निशाना साधा।
नीति आयोग की बैठक में शामिल नहीं हुए नीतीश
आपको बता दें नई दिल्ली में आज नीति आयोग की बैठक थी । लेकिन बिहार के सीएम नीतीश कुमार ने बैठक में जाने से इनकार कर दिया है। साथ ही कल यानी रविवार को संसद के नए भवन के उद्घाटन को लेकर उन्होंने हमला किया है।
नए संसद भवन की जरुरत नही थी
सीएम नीतीश ने शनिवार को कहा- ”नई संसद की क्या जरूरत थी? पहले की इमारत एक ऐतिहासिक थी, मैंने बार-बार कहा है कि सत्ता में बैठे लोग इस देश के इतिहास को बदल देंगे। आज नीति आयोग की बैठक और कल नए संसद भवन के उद्घाटन में शामिल होने का कोई मतलब नहीं। इतना ही नहीं उन्होंने कहा कि पहले ही जब मुझे ये पता चला कि नया संसद भवन बन रहा है तो मुझे अच्छा नहीं लगा। उन्होंने ये सब देश की आजादी से जुड़ा इतिहास है। अगर जरूरत थी तो इसे ही विकसित करना देना चाहिए था।
कई नेता नहीं होंगे शामिल
इसी तरह नीतीश के अलावा कई बड़े नेता समारोह मे शामिल न होकर विरोध जाहिर कर रहे है कई नेताओं का कहना है कि उद्दघाटन राष्ठ्रपती के द्वारा किया जाना था लेकिन एसा न करके उनका अपमान किया जा रहा है इसलिए हमने समारोह से दूरी बनाई है।