2019 में पीएम मोदी को सत्ता से बाहर करने के लिए सभी विपक्षी पार्टियां अपना पूरा जोर लेगा रही है। सोमवार को आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एवं तेदेपा प्रमुख चंद्रबाबू नायडू ने पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से मुलाकात की। जिसके बाद ममता ने कहा कि हर कोई महागठबंधन का चेहरा होगा। इससे पहले ममता ने आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन चंद्रबाबू नायडू से हावड़ा में मुलाकात की।
माना जा रहा है कि इस बैठक के दौरान दोनों नेताओं के बीच महागठबंधन की संभावनाओं को लेकर सियासी मंथन हुआ। बैठक के बाद ममता बनर्जी और नायडू ने मीडिया से बातचीत की। इस दौरान जब उनसे पूछा गया कि महागठबंधन का चेहरा कौन होगा तो उन्होंने जवाब दिया, ‘हर कोई महागठबंधन का चेहरा होगा।
आज हमने भविष्य की योजनाओं के बारे में चर्चा की। हम आपको एक चीज बता सकते हैं कि देश को बचाने के लिए बीजेपी के खिलाफ लड़ाई में हम सभी एकजुट हैं।’ नायडू ने 22 नवंबर को दिल्ली में होने वाली विपक्षी पार्टियों की बैठक स्थगित करने की घोषणा की। उन्होंने ममता के साथ घंटे भर चली बैठक के बाद संवाददाताओं से कहा कि कुछ राज्यों में हो रहे विधानसभा चुनाव के चलते यह बैठक स्थगित की गई है।
उन्होंने कहा कि गैर-बीजेपी पार्टियों की बैठक के लिए एक नयी तारीख की घोषणा शीघ्र की जाएगी। नायडू ने केंद्र की राजग सरकार पर हमला बोलते हुए आरोप लगाया कि सीबीआई, ईडी, आयकर विभाग, आरबीआई और कैग जैसी संस्थाएं काफी दबाव में हैं। नायडू के बगल में तृणमूल कांग्रेस प्रमुख भी मौजूद थीं। हालांकि, दोनों नेता इस विषय को टाल गए कि बीजेपी विरोधी मोर्चे का चेहरा कौन होगा।
नायडू ने कहा, ‘नरेंद्र मोदी जी की तुलना में हम सभी वरिष्ठ हैं। हर किसी के पास पर्याप्त अनुभव है। ममता ने कहा कि यह पहला मौका नहीं है जब हमने देश हित के बारे में चर्चा की है…जब अरविंद केजरीवाल के साथ एक समस्या थी, (हम) गए थे और अपनी भविष्य की रणनीति के बारे में विस्तार से चर्चा की थी।
उन्होंने कहा, ‘‘हम पूरी तरह से एकजुट हैं, हम साथ मिल कर काम कर रहे हैं। हम सब राष्ट्र को बचाने के लिए बीजेपी सरकार के खिलाफ हैं।’’ गौरतलब है कि आंध्र प्रदेश और पश्चिम बंगाल सरकार ने अपने – अपने राज्यों में मामलों की जांच करने और छापे मारने के लिए सीबीआई को दी गई मंजूरी शुक्रवार को वापस ले ली।