बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने पटना आसरा होम की अबतक तीन संवासिनों की मौत के मामले को लेकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के खिलाफ बड़ हमला करते हुए एक बार फिर उनकी नैतिकता पर सवाल उठाया है। तेजस्वी यादव ने माइक्रो ब्लॉगिंग साइट ट्विटर पर लिखा, ‘पटना के आसरा गृह कांड में पांच बड़ रंगीन अधिकारी संलिप्त है। नीतीश जी में नैतिक बल नहीं कि ऐसे भ्रष्ट अधिकारियों को बर्खास्त कर सकें। यदि उन्होंने ऐसा किया तो ये अधिकारी इनका काला चिट्ठा खोल दुशासनी कुर्सी गंगा में फेंक देंगे।’ एक अन्य ट्वीट में उन्होंने कहा कि पटना के कुख्यात आसरा शेल्टर होम से दो और लड़कियां ग़यब। एक की मौत।
सुरक्षा बंदोबस्त के बाद कैसे गायब हुई। प्रतीत होता है कि बेलगाम पुलिस और समाज कल्याण विभाग ने लड़कियों के शोषण और तस्करी का कांट्रैक्ट लिया हुआ है, चंद दिन पूर्व इसी आसरा गृह की दो युवतियों की संदिग्ध मौत हुई थी। नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि मुजफ्फरपुर बालिका गृह और पटना के आसरा गृह संचालको और आरोपियों के तार आपस में जुड़ हुए है। इसमें मुख्यमंत्री के अनेक पसंदीदा अधिकारी और सफ़दपोश शामिल है।
यह सत्ता संपोषित संगठित रैकेट है। नीतीश जी द्वारा इन गैर सरकारी संगठन पर बिना जांच-पड़ताल के सरकारी खजाने से करोड़ लुटाया गया है। तेजस्वी यादव ने कहा, ‘नीतीश जी, बिहार में सरकारी संरक्षण में चहुंओर बच्चियों की ईज्जत लूटी जा रही है और आप हैं कि सीटों का बंटवारा-बंटवारा खेलने में मस्त और व्यस्त हैं। नेता प्रतिपक्ष नहीं बल्कि उन बहनों के भाई के नाते हाथ जोड़कर विनम, आग्रह कर रहा हूं, कृपया बिहार की बेटियों को बचा लीजिये।’