दिल्ली सरकार के आबकारी विभाग के नाम पर फर्जी वेबसाइट्स बनाकर ठगों ने शराब बेचना शुरू कर दिया है। इतना ही नहीं इन फर्जी बेवसाइट्स ने ग्राहकों के घर तक होम-डिलीवरी शराब पहुंचाने का झांसा दिया। जोकि पहली नजर में सरासर गलत पाया गया है। फिलहाल इस मामले की शिकायत दिल्ली सरकार के आबकारी विभाग ने दिल्ली पुलिस से की है। आबकारी विभाग ने इस बाबत दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच और साइबर सेल से लिखित में शिकायत की है।
दिल्ली सरकार के आबकारी विभाग की शिकायत के मुताबिक, इन संदिग्ध वेबसाइट्स का प्रचार प्रसार सोशल मीडिया के जरिए किया जा रहा था। इन विज्ञापनों में सुबह 10 से शाम 6 बजे तक सरकारी शराब की होम डिलीवरी का वायदा किया जा रहा था। अपने स्तर पर जब आबकारी विभाग ने छानबीन की, तो पता चला कि इन तमाम वेबसाइट्स का दिल्ली सरकार के आबकारी महकमे से दूर-दूर तक कोई वास्ता ही नहीं है।
शिकायत के मुताबिक इन फर्जी वेबसाइटों का मामला तब संज्ञान में आया जब सरकार ने, पहले ही दिन दुकानों पर टूट पड़ी भारी भीड़ को कंट्रोल करने के लिए ई-टोकन बिक्री सिस्टम से शराब बेचने की घोषणा की थी। उसके बाद ही इन वेबसाइटों की भीड़ अचानक सोशल मीडिया पर दिखाई देने लगी। इससे दिल्ली के शराब खरीदारों में भ्रम की स्थिति पैदा हो गई। ग्राहक इन फर्जी वेबसाइट पर दर्शाये गये मोबाइल नंबरों पर ही शराब की होम डिलीवरी के आर्डर बुक कराने को टूटने लगे। इन फर्जी वेबसाइट्स ने पैसों का लेनदेन ऑनलाइन करने को ही कहा था। यह वेबसाइटें एडवांस में ऑनलाइन पेमेंट मंगाकर ही, शराब की होम डिलीवरी करने का वायदा करती थी।
अपनी जांच में दिल्ली सरकार के आबकारी विभाग ने पाया कि, जो असामाजिक और संदिग्ध तत्व यह वेबसाइट्स चला रहे थे, उनके पास सरकारी शराब बेचने या होम डिलीवरी करने की कोई परमीशन नहीं थी। न ही इन धोखेबाजों के पास शराब का कोई सरकारी कोटा था। जो लोग इन वेबसाइट्स के जरिये ठगे गये, उनमें से कई ने दिल्ली सरकार के आबकारी विभाग में भी शिकायतें दर्ज कराईं। दिल्ली सरकार के आबकारी विभाग ने दिल्ली पुलिस से शिकायत करने जैसा कदम तब उठाया है जब, उसकी अपनी जांच में इन वेबसाइट्स को उसके यहां से शराब की होम डिलिवरी करने की कोई वैधानिक अनुमति न दिये जाने की बात खुलकर सामने आ गयी।
शिकायतें मिलने के बाद मामले की गंभीरता को समझते हुए आबकारी विभाग ने दिल्ली पुलिस से संपर्क किया। साथ ही दिल्ली पुलिस को आबकारी विभाग की तरफ से लिखित में शिकायत दी गई। अब इस मामले के सामने आने के बाद आबकारी विभाग इस पूरे मामले को एक षडयंत्र के रूप में देख रहा है। इसीलिए उसने इस आपराधिक षडयंत्र की जांच के लिए दिल्ली पुलिस को अपनी शिकायत दी है। ताकि आमजन को इन फर्जी वेबसाइट्स के झांसे में आने से बचाया जा सके।