दिल्ली सरकार की मुख्यमंत्री तीर्थयात्रा योजना के तहत आज पहली ट्रेन बुजुर्गों को लेकर रामलला के दर्शन के लिए अयोध्या रवाना होगी। इसको लेकर सीएम अरिवंद केजरीवाल ने कहा कि आज शाम 7 बजे हमारे दिल्ली के बुजुर्गों को श्री रामचंद्र जी के दर्शन कराने पहली ट्रेन अयोध्या के लिए रवाना होगी। उन्हें रवाना करने मैं भी स्टेशन जाऊंगा। अयोध्या जी से लौटने के बाद मेरी इच्छा थी की ज्यादा से ज्यादा लोगों को दर्शन करवाऊं। इतनी जल्दी ये संभव हो जाएगा, सोचा ना था।
योजना के अनुसार दिल्ली के बुजुर्ग एक अटेंडेंट के साथ इस यात्रा पर जा सकेंगे आपको बता दें कि इस बात की जानकारी खुद दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने ट्वीट कर दी है।
केजरीवाल का ट्वीट
केजरीवाल ने ट्वीट किया, 'आज शाम 7.00 बजे हमारे दिल्ली के बुजुर्गों को श्री रामचंद्र जी के दर्शन कराने पहली ट्रेन अयोध्या जी के लिए रवाना होगी। उन्हें रवाना करने मैं भी स्टेशन जाऊंगा। अयोध्या जी से लौटने के बाद मेरी इच्छा थी कि ज्यादा से ज्यादा लोगों को दर्शन करवाऊं। इतनी जल्दी ये संभव हो जाएगा, सोचा ना था।'
मुफ्त में धार्मिक स्थलों की यात्रा करवाती हैं
बता दें कि दिल्ली सरकार अपने उन वरिष्ठ नागरिक को मुफ्त में धार्मिक स्थलों की यात्रा करवाती है, जिनकी वार्षिक आय तीन लाख रुपये से कम होती है, ताकि सरकारी व किसी स्वायत्त निकाय के कर्मचारी इस सुविधा का लाभ न उठा सकें. यह योजना अरविंद केजरीवाल सरकार ने जनवरी 2019 में शुरू की थी।
इन धार्मिक स्थलों की होगी यात्रा
मुख्यमंत्री तीर्थयात्रा योजना के तहत दिल्ली के बुजुर्ग 13 स्थलों में से किसी भी तीर्थ पर जा सकते हैं, जिनमें मथुरा, वृंदावन, आगरा, फतेहपुर सीकरी, हरिद्वार, ऋषिकेश, नीलकंठ, पुष्कर, अजमेर, अमृतसर, आनंदपुर साहिब, जम्मू-वैष्णो देवी मंदिर, राम मंदिर (अयोध्या) आदि शामिल हैं। जबकि इस दौरान बुजुर्गों को ख्याल रखने के लिए किसी युवा अटेंडेंट को ले जाने की भी अनुमति होगी। वहीं, इस यात्रा करने के लिए ई-डिस्ट्रिक्ट पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन करा सकते हैं। हालांकि कोरोना की वजह से यह योजना काफी दिनों से बंद चल रही थी, लेकिन आज से इसे एक बार फिर शुरू किया जा रहा है। आज पहला जत्था एक हजार लोगों का होगा। अगर यात्रियों की संख्या ज्यादा होती है तो दिल्ली से और भी ट्रेन चलाई जाएंगी।
तीन दिन और दो रातों की होती हैं यात्रा
इस दौरान राज्य सरकार यात्रा के पात्र नागरिकों के लिए यात्रा, ठहरने और खाने का बंदोबस्त करती है। वहीं. हर तीर्थयात्री पर लगभग सात हजार रुपये खर्च आता है। जबकि हर यात्रा की अवधि तीन दिन और दो रातों की होती है। इसके लिए दिल्ली सरकार ने राजधानी से हर साल हर विधानसभा क्षेत्र से यात्रा के लिए ग्यारह सौ बुजुर्ग चुनने का नियम बना रखा है।