नई दिल्ली : प्रदेश भाजपा कार्यालय में शुक्रवार को दिल्ली में जहरीले पानी की सप्लाई होने से मचे हाहाकार पर संयुक्त संवाददाता सम्मेलन आयोजित किया गया। इस अवसर पर तीन वीडियो भी दिखाए गए। प्रदेश भाजपा अध्यक्ष मनोज तिवारी ने कहा कि दिल्ली में लगातार जहरीला पानी सप्लाई होने का मुद्दा राजनीतिक और चुनावी नहीं है।
यह लोगों के जीवन को प्रभावित करने वाला मुद्दा है, इसलिए भाजपा इसे साफ पानी मिलने तक चलाने का संकल्प लेती है। डेढ़ महीने पहले जब दिल्ली में 300 जगहों से पानी के सैंपल लिए गए थे और सभी सैंपल मानकों पर फेल थे तब केजरीवाल ने राजनीति करते हुए कहा था कि दिल्ली से ही सैंपल क्यों लिए जा रहे हैं।
लेकिन जब भारतीय मानक ब्यूरो ने देश के 20 शहरों से सैंपल लिए उसमें दिल्ली के सभी 11 सैंपल सभी 19 मानकों पर फेल हो गए तो केजरीवाल कहने लगे कि पानी पर राजनीति हो रही है। केन्द्रीय मंत्री डाॅ. हर्षवर्धन ने कहा कि अरविन्द केजरीवाल पहले व्यक्ति हैं, जो कि बीआईएस जैसी संस्था पर सवाल उठा रहे हैं जो स्वायत्त संस्था है।
बीआईएस ने चंडीगढ़, लखनऊ, पटना, चेन्नई, त्रिवेंद्रम सहित 13 शहरों के भी सैंपल फेल पाए गए थे, लेकिन हर सरकार ने उसे स्वीकार किया और पानी की गुणवत्ता को ठीक करने के लिए काम करना शुरू कर दिया। राज्यसभा सांसद विजय गोयल ने कहा मुख्यमंत्री केजरीवाल हवा और पानी पर राजनीति करेंगे तो दिल्ली के घर-घर से पानी ले लें, कहीं से साफ पानी मिलने वाला नहीं है।
बुराड़ी में भारतीय मानक ब्यूरो के दो अधिकारी सैंपल लेने गए थे, लेकिन दिल्ली जल बोर्ड के उपाध्यक्ष दिनेश मोहानिया और क्षेत्रीय विधायक के दबाव में बुराड़ी निवासी दीपक ने सैंपल न लेने का झूठा बयान दिया है। सांसद प्रवेश साहिब सिंह ने कहा कि केजरीवाल ने दिल्ली की जनता की उम्र 10 साल कम कर दी है। 60 लाख लोग ऐसे हैं जो आरओ या बोतल का पानी नहीं खरीद सकते हैं, वे जहरीला पानी पीने को मजबूर हैं।
दिल्ली जल बोर्ड में 5 साल के अंदर 7.5 लाख शिकायतें आई हैं जिसमें 80 प्रतिशत शिकायतें पीने के पानी में सीवर के पानी के मिले होने से संबंधित हैं। सांसद मीनाक्षी लेखी ने कहा कि 900 करोड़ रुपए पानी के लिए केन्द्र सरकार से दिल्ली सरकार के दिलवाये थे जिसका आज तक कोई भी हिसाब-किताब नहीं मिला है कि इन पैसों का क्या किया गया। टैंकर माफिया से केजरीवाल की मिलीभगत है।
वीडियो भी दिखाए गए… पहले वीडियो में मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल 2014 और 2015 में पांच साल में पानी देने का वादा कर रहे हैं, फिर 2016 में कह रहे हैं कि दिसम्बर, 2017 तक दिल्ली में हर नल से आरओ का पानी देंगे, लेकिन 2019 में फिर केजरीवाल 2024 तक पानी देने का वादा कर रहे हैं। दूसरे वीडियो में दिल्ली के लोग बदबूदार और सीवर का पानी नलों से आते दिखा रहे हैं। तीसरे वीडियो में मुख्यमंत्री दिल्ली में जगह-जगह वाटर टेस्ट लैब और लीकेज जांच केन्द्र बनाना का वादा करते दिखाई दे रहे हैं।