आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सांसद सुशील कुमार गुप्ता ने केंद्रीय शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल व दिल्ली विश्वविद्यालय के कुलपति को एक पत्र लिखा है। यह पत्र एडहॉक शिक्षकों की समस्याओं के समाधान और उनके स्थायीकरण के विषय में है। गुप्ता के मुताबिक वह आगामी संसद सत्र में भी यह विषय उठाएंगे। इसमें 5 दिसंबर 2019 के शिक्षा मंत्रालय के एक सकरुलर को लागू कराने की मांग की गई है। राज्यसभा सांसद के मुताबिक विश्वविद्यालय से संबंधित अधिकारियों को यह निर्देश दिए जाएं कि यह सकरुलर अविलंब लागू कराया जाए।
दिल्ली टीचर्स एसोसिएशन (डीटीए) के एक प्रतिनिधि मंडल ने राज्यसभा सांसद सुशील कुमार गुप्ता से शिक्षकों के विषय पर मुलाकात की। इस प्रतिनिधि मंडल में डीटीए के प्रभारी डॉ. हंसराज सुमन, अध्यक्ष डॉ. आशा रानी, उपाध्यक्ष डॉ. नरेंद्र कुमार पाण्डेय आदि शामिल थे। दिल्ली सरकार से सम्बद्व वित्त पोषित 28 कॉलेजों में एडहॉक शिक्षकों के समायोजन और स्थायीकरण हेतु 5 दिसंबर 2019 के सकरुलर को लागू कराने के लिए गवर्निग बॉडी को आवश्यक निर्देश दिया जाएगा। वहीं सांसद गुप्ता ने विश्वविद्यालय के अब तक के उदासीन रवैये पर चिंता जाहिर करते हुए पत्र में यह उल्लेख किया है कि इस वजह से लगभग 4500 शिक्षकों का भविष्य खतरे में है।
सांसद ने शिक्षा मंत्री को लिखे पत्र में इस बात पर भी बल दिया है कि 5 दिसम्बर 2019 के सकरुलर के लागू होने से स्थायित्व और उच्च शिक्षा में गुणवत्ता की वृद्धि होगी। उन्होंने प्रतिनिधि मंडल को यह भी आश्वासन दिया कि वे आगामी संसद सत्र में 5 दिसंबर के सकरुलर को लागू कराने के संबंध में मौजूदा केंद्र सरकार के समक्ष प्रश्न उठाएंगे। डॉ. सुमन ने कहा, वह जल्द ही दिल्ली सरकार के कॉलेजों के गवर्निग बॉडी चेयरमैन के साथ मीटिंग करके एडहॉक शिक्षकों की समस्याओं के समाधान के लिए दबाव बनाएगी। साथ ही उनके समायोजन और स्थायीकरण को सुनिश्चित करने के लिए डीटीए प्रयासरत रहेगी।