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आप सांसद ने वाराणसी को ‘अति विशिष्ट विरासत नगर’ का दर्जा देने की मांग वाला निजी विधेयक राज्यसभा को सौंपा

आप के राज्यसभा सदस्य संजय सिंह ने उत्तर प्रदेश के वाराणसी में काशी विश्वनाथ कॉरिडोर के नाम पर मंदिरों को तोड़ने का विरोध करते हुये इस प्राचीन शहर

नई दिल्ली : आप के राज्यसभा सदस्य संजय सिंह ने उत्तर प्रदेश के वाराणसी में काशी विश्वनाथ कॉरिडोर के नाम पर मंदिरों को तोड़ने का विरोध करते हुये इस प्राचीन शहर को ऐतिहासिक महत्व के ‘विशिष्ट विरासत नगर’ का दर्जा देने की मांग वाला निजी विधेयक उच्च सदन में पेश करने के लिये राज्यसभा सचिवालय को सौंप दिया है।

सिंह द्वारा जारी बयान के अनुसार, उन्होंने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में मंदिरों को तोड़े जाने का विरोध करते हुये हाल ही में संपन्न हुये संसद के वर्तमान शीतकालीन सत्र में ही राज्यसभा के सभापति के समक्ष ‘पवित्र नगरी काशी (सांस्कृतिक विरासत संरक्षण) विधेयक, 2019’ प्रस्तुत कर दिया है। आप के उत्तर प्रदेश प्रभारी सिंह ने वाराणसी और अयोध्या में मंदिरों को तोड़े जाने के विरोध में शनिवार को अयोध्या से काशी तक की दो दिवसीय यात्रा शुरु की है।

उन्होंने कहा कि वाराणसी में प्रस्तावित 700 मीटर लम्बे काशी विश्वनाथ कॉरिडोर के निर्माण के दौरान अब तक 36 मंदिर तोड़े गये हैं। इतना ही नहीं, अयोध्या में भी 176 मंदिरों को तोड़ने का आदेश जारी किया गया है। ​प्रस्तावित विधेयक का उद्देश्य प्राचीन नगरी काशी को विशिष्ट विरासत एवं राष्ट्रीय महत्व का शहर घोषित करना एवं तोड़े गए मंदिरों की पुनःस्थापना करना है। सिंह ने कहा कि इस कॉरिडोर के निर्माण में काशी की सांस्कृतिक विरासत को नष्ट करने के साथ विशालकाय व्यवसायिक प्रतिष्ठानों का निर्माण प्रस्तावित हैं।

इस विधेयक में एक समिति के गठन का प्रस्ताव किया गया है। इसका मकसद वाराणसी की सांस्कृतिक विरासत के संरक्षण का पर्यवेक्षण करना होगा। इसमें तोड़े गये मंदिरों की पुन:स्थापना के लिये राज्य और केन्द्र सरकार के अधिकारियों की मौजूदगी वाली एक अन्य कमेटी के गठन का भी प्रस्ताव है। उल्लेखनीय है कि शीतकालीन सत्र के दौरान राज्यसभा में विरोधी दलों के हंगामे के कारण उच्च सदन में विधायी कार्य प्रभावित हुआ था।

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