देश की राजधानी दिल्ली में हर साल मॉनसून के आने पर भारी जनभराव की समस्या उजागर हो जाती है। जो आम आदमी के जनजीवन को अस्त-व्यस्त कर देती है, ऐसे में दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने मंगलवार को कहा कि शहर में जलभराव की समस्या के हल के लिए भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी) से मिले सुझावों के आधार पर यहां की जल निकासी व्यवस्था में परिवर्तन किया जाएगा।
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मुख्यमंत्री कार्यालय (सीएमओ) के अनुसार राष्ट्रीय राजधानी के ‘ड्रेनेज मास्टर प्लान’ की समीक्षा के लिए हुई बैठक में यह फैसला किया गया। केजरीवाल ने बैठक की अध्यक्षता की। दिल्ली में इस साल मानसून के मौसम में कई स्थानों पर भारी जलभराव देखा गया है। भारी बारिश के बाद कई मुख्य मार्ग, अंडरपास और रिहायशी इलाके भी जलमग्न हो गए।
बैठक के बाद सीएमओ ने ट्वीट किया, ‘‘मुख्यमंत्री ने नगर के ड्रेनेज मास्टर प्लान की समीक्षा के लिए बैठक बुलाई। आईआईटी के सुझाव पर नालों में जरूरी बदलाव किए जाएंगे। पानी की बेहतर तरीके से निकासी (मानसून के दौरान) को ध्यान में रखते हुए जरूरी बदलाव किए जाएंगे। शहर में जलजमाव की समस्या का समाधान किया जाएगा। केजरीवाल ने पिछले महीने कहा था कि राष्ट्रीय राजधानी में एक विश्वस्तरीय जल निकासी व्यवस्था विकसित की जाएगी।
