छत्तीसगढ़ के गरियाबंद जिले के देवभोग ब्लॉक के दूरस्थ एक गांव के ग्रामीणों ने सड़क नहीं बनने पर जबरदस्त नाराजगी जाहिर करते हुए विधानसभा चुनाव के बहिष्कार की घोषणा की है। ग्रामीणों ने यह भी निर्णय लिया है कि मतदान बहिष्कार के अलावा विभिन्न पार्टी के नेताओं को गांव में घुसने तक नहीं देंगे।
बकायदा ग्रामीणों ने यह भी ऐलान कर दिया है कि राजनीतिक दलों के कार्यकर्ताओं के लिए प्रवेश निषेध का बोर्ड गांव के बाहर लगाएंगे। इस निर्णय के बाद ग्राम परेवपाली सुर्खियों में आ गया है। यह ग्राम पंचायत निष्ठागुड़ का आश्रित ग्राम है सड़क नहीं बनने को लेकर ग्रामीणों ने चुनाव बहिष्कार करने का ज्ञापन भी प्रशासन को सौंपा है। लगभग 60 वर्ष पुराने ग्राम परेवपाली की आबादी डेढ़ हजार है। पिछले 15 वर्षों से ग्रामीण ग्राम पंचायत मुख्यालय जाने के लिए सड़क निर्माण की मांग कर रहे हैं।
लेकिन अब तक ग्रामीणों को सड़क नसीब नहीं हुई है। ग्रामीणों ने इस आशय का ज्ञापन एसडीएम निर्भय साहू को सौंपा है। बताया जाता है कि ग्रामीणों ने गांव में ही चौपाल लगाई जिसमें इस विषय पर चर्चा हुई। सौंपे गए ज्ञापन में ग्रामीणों ने अपनी इस मंशा को अवगत करा दिया है कि ग्रामीण प्रत्येक घरों में और गांव के बाहर चुनाव बहिष्कार की तख्ती लगाएंगे। ग्रामीणों के साथ ग्राम पंचायत सरपंच शिव शंकर नायक ने भी इसका समर्थन कर दिया है। इस संबंध में अनुविभागीय दंडाधिकारी (एसडीएम) निर्भय साहू ने बताया कि चुनाव बहिष्कार का ज्ञापन सौंपा गया है। गांव का दौरा कर हालात का जायजा लिया जाएगा।