दिल्ली एवं जिला क्रिकेट संघ (डीडीसीए) के छह में से पांच पदों के चुनाव अगले महीने हो सकते हैं और इन पदों के लिए दो ग्रुपों के बीच सीधी टक्कर देखी जा सकती है, क्योंकि इन सभी पदों पर आम सहमति की चर्चा बेनतीजा रही। सिर्फ अध्यक्ष पद के लिए रोहन जेटली के नाम पर सर्वसम्मति है। चुनाव इसी महीने 17 से 20 अक्टूबर के बीच होने थे, लेकिन इन्हें स्थगित कर दिया गया। बुधवार को कथित तौर पर चुनाव की तारीखें पांच से आठ नवंबर तय की गई है। गुरुवार को सुप्रीम कोर्ट में होने वाली सुनवाई के दौरान इन्हें रखा जाएगा। सभी ग्रुप जहां अध्यक्ष पद के लिए रोहन के नाम पर राजी हो गए वहीं अन्य पदों के लिए सर्व सहमति नहीं बनी।
ग्रुप के सीनियर सदस्य ने कहा, हमने अपने ग्रुप से पवन गुलाटी जो भारत के पूर्व बल्लेबाज गौतम गंभीर के रिश्तेदार हैं, को कोषाध्यक्ष पद के लिए, अशोक शर्मा, करनैल सिंह, प्रदीप अग्रवाल और दिनेश कुमार शर्मा को निदेशक पदों के लिए चुना। यह हमारी अंतिम सूची है। उन्होंने हालांकि माना कि सी.के. खन्ना ग्रुप के साथ सहमति नहीं बन सकी।
उन्होंने कहा, हमने खन्ना ग्रुप के साथ काफी सारी बैठकें कीं, लेकिन समझौता नहीं हो सका। खन्ना कह रहे हैं कि उन्होंने इन चुनावों के लिए काफी मेहनत की है और इसलिए वो एक इंच भी पीछे नहीं हटेंगे, सिर्फ रोहन जेटली के नाम को छोड़कर। खन्ना खुद चुनाव नहीं लड़ सकते, इसलिए वह अपनी पत्नी शशि खन्ना को कोषाध्यक्ष पद के लिए चुनाव में उतार रहे हैं। निर्वाचन अधिकारी नवीन चावला ने कोषाध्यक्ष पद के लिए आए आठ नामांकनों को सही पाया है।
खन्ना ग्रुप के अन्य लोग मनजीत सिंह, हर्ष सिंगला, हर्ष गुप्ता और सुधीर कुमार अग्रवाल हैं। यह बदल भी सकते हैं क्योंकि अभी नामों का ऐलान नहीं हुआ है। चवाला ने आठ अक्टूबर को ही बता दिया थी 18 नामांकन सहा हैं। रोहन के खिलाफ सिर्फ सुनील कुमार गोयल ने पर्चा भरा था, जिन्होंने बाद में उसे वापस ले लिया।