दिल्ली के अस्पतालों में लगातार तीसरे दिन ऑक्सीजन की भारी किल्लत के बीच दिल्ली आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (डीडीएमए) ने टैंकरों के सुगम आवागमन और शहर के अस्पतालों तक ऑक्सीजन की सुगम आपूर्ति की जिम्मेदारी बृहस्पतिवार को तीन वरिष्ठ नौकरशाहों को सौंपी। इसने दिल्ली पुलिस को निर्देश दिया कि वह उत्पादन स्थलों से यहां विभिन्न स्वास्थ्य प्रतिष्ठानों तक सुरक्षा सुविधा उपलब्ध कराए।
यह कदम दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया के इस आरोप के बाद आया कि उत्तर प्रदेश और हरियाणा में पुलिस राष्ट्रीय राजधानी आने वाली ऑक्सीजन आपूर्ति को अवरुद्ध कर रही है।
सिसोदिया ने केंद्र से आग्रह किया कि वह ऑक्सीजन की सुगम आपूर्ति सुनिश्चित करे चाहे इसके लिए अर्धसैनिक बलों की मदद लेनी पड़े।
डीडीएमए ने एक आदेश में कहा कि दिल्ली पुलिस विभिन्न जांच चौकियों के माध्यम से सभी ऑक्सीजन टैंकरों के प्रवेश और निकास का रिकॉर्ड रखेगी जिससे कि उनके आवगमन पर नजर रखी जा सके।
प्राधिकरण ने शहर के अस्पतालों से मिलने वाली शिकायतों का 30 मिनट के भीतर समाधान करने के लिए 24 घंटे काम करनेवाला नियंत्रण कक्ष भी स्थापित किया है।
आदेश में मुख्य सचिव विजय देव ने कहा कि दिल्ली पुलिस विभिन्न जांच चौकियों के माध्यम से सभी ऑक्सीजन टैंकरों के प्रवेश और निकास का रिकॉर्ड रखेगी जिससे कि उनके आवगमन पर नजर रखी जा सके।
आदेश में कहा गया है कि दिल्ली पुलिस सभी ऑक्सीजन टैंकरों के प्रवेश और निकास का रिकॉर्ड तत्काल नियंत्रण कक्ष के साथ साझा करेगी।
विशेष ड्यूटी अधिकारी (दिल्ली स्वास्थ्य विभाग) आशीष वर्मा की संपूर्ण निगरानी में तरल चिकित्सीय ऑक्सीजन केन्द्र सरकार द्वारा संचालित अस्पतालों , दिल्ली सरकार के अस्पतालों और निजी अस्पतालों को दी जाएगी।
देव ने एक आदेश में कहा कि दो अन्य वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी-विजय बिधूड़ी और उदित प्रकाश राय उनका सहयोग करेंगे। राय दिल्ली की सीमाओं तक टैंकरों का सुगम आवागमन सुनिश्चित करने और आपूर्तिकर्ताओं, राज्यों तथा केंद्र सरकार से जुड़े मुद्दों को देखेंगे।
आदेश में कहा गया कि बिधूड़ी स्वास्थ्य प्रतिष्ठानों तक ऑक्सीजन की आपूर्ति से संबंधित कार्य देखेंगे।
आदेश के अनुसार दिल्ली पुलिस के विशेष आयुक्त (अभियान) मुक्तेश चंदर नोडल अधिकारी के तौर पर काम करेंगे और टैंकरों के लिए बनाए गए ग्रीन कॉरिडोर की निगरानी संभालेंगे।