नई दिल्ली : नए ट्रैफिक नियम के बाद नियम तोड़ने वालों के साथ-साथ ट्रैफिक पुलिस की भी मुसीबतें बढ़ गई हैं। उनके पास जब्त वाहनों को खड़ा करने के लिए जगह तक नहीं बची है। हर ट्रैफिक सर्किल में जब्त की गई गाड़ियों को खड़ा करने की जगह पूरी तरह से फुल हो चुकी है। सूत्रों की माने तो ऐसे में टीआई व जेडओ को कहा गया है कि वे वाहन जब्त करने पर कम और चालान करने पर ज्यादा ध्यान दें। सोमवार को ट्रैफिक पुलिस ने स्पेशल ड्राइव भी चलाई।
इस दौरान निजी व कमर्शियल वाहनों के जमकर चालान किए गए। एक ट्रैफिक पुलिसकर्मी ने नाम ना छापने की शर्त पर बताया कि जब्त वाहनों को खड़ा करने की जगह न होने की वजह से ज्यातादर सर्किल में टीआई व जेडओ पूरे दिन में तीन से चार गाड़ियों को ही जब्त कर रहे हैं। बता दें कि ट्रैफिक पुलिस ट्रैफिक रूल तोड़ने वाले व्यक्ति को रोकती है। उसके पास आरसी या लाइसेंस होता है तो उसका कोर्ट चालान कर दोनों में से कोई एक दस्तावेज जब्त कर लेती है। लेकिन जब दोनों में से कुछ भी नहीं होता तो वाहन को जब्त करती है।
नाबालिग वाहन चलाते हुए पकड़ा जाता है तब भी वाहन को जब्त कर लिया जाता है। सूत्रों की माने तो यह चालान द्वारका ट्रैफिक सर्किल में ट्रैफिक पुलिस ने किया है। चालक नशे में था और गाड़ी ओवर लोड थी। ट्रक ड्राइवर ने लाल बत्ती जंप की तो ट्रैफिक स्टाफ ने उसे पकड़ लिया। ड्राइवर लाइसेंस भी नहीं दिखा सका। इन्हीं सब उल्लंघनों के चलते चालान हुआ है।
करनी पड़ती है रखवाली..ट्रैफिक पुलिस के लिए दूसरी बड़ी मुसिबत जब्त वाहनों की रखवाली है। क्योंकि कई बार लोग गाड़ी से सामान गायब होने तक के आरोप लगा देते हैं। कई बार चोर भी सेंध लगाकर गाड़ी से सामान निकाल लेते हैं। ऐसे कई मामले पूर्व में सामने भी आ चुके हैं।