नई दिल्ली : स्वतंत्रता दिवस के मौके पर रेलवे पुलिस इसलिए भी ज्यादा सतर्क है, क्योंकि दिल्ली में रेल से प्रतिदिन 10 से 12 लाख लोग आते-जाते हैं। स्वतंत्रता दिवस के मध्य नजर दिल्ली पुलिस की रेलवे यूनिट ने आरपीएफ और रेलवे के अधिकारियों के साथ विशेष बैठक भी की है। जिसमें सुरक्षा की दृष्टि से कमजोर पहलुओं को ठीक करने की दिशा में कदम भी उठाए हैं। दिल्ली में कई बड़े रेलवे स्टेशनों पर आने के ऐसे दर्जनभर चोर रास्ते हैं जहां से आतंकी व असामाजिक तत्व आसानी से रेलवे स्टेशनों तक पहुंच सकते हैं।
यह रास्ते कहीं पर रेलवे की टूटी हुई बाउंड्री की वजह से बने हैं तो कहीं रेलवे लाइन के किनारे बसी अवैध झुग्गी बस्ती के कारण बने हुए हैं। इन्हें अवैध या चोर रास्तों के नाम से जाना जाता है। डीसीपी रेलवे दिनेश कुमार गुप्ता का कहना है कि ऐसे रास्तों पर जीआरपी और आरपीएफ मिलकर पेट्रोलिंग कर रही है ताकि कोई ऐसे रास्तों से घुसपैठ ना कर सके। इसके अलावा कई बार लोग छोटे स्टेशनों से ट्रेन में बैठकर बिना चेकिंग के बड़े रेलवे स्टेशन तक आ जाते हैं।
मगर अब छोटे स्टेशनों पर भी तलाशी ली जा रही है। रेलवे पुलिस पार्किंग में खड़े वाहनों पर भी नजर बनाए हुए हैं। वहीं सुरक्षा व्यवस्था को और पुख्ता करने के लिए रेलवे स्टेशन व आस -पास जीआरपी के जवान आरपीएफ, ट्रैफिक पुलिस और पीसीआर के साथ ज्वाइंट पेट्रोलिंग कर रहे हैं।
आतंकियों से निपटेगी क्विक रिस्पांस टीम
दिल्ली रेलवे पुलिस ने आतंकियों व असामाजिक तत्वों से निपटने के लिए 10 क्विक रिस्पांस टीम भी बनाई है जो अत्याधुनिक हथियारों से लैस हैं। ये टीमें आतंकियों को मुंहतोड़ जवाब देने में पूरी तरह से सक्षम है। यह दिल्ली में सभी बड़े रेलवे स्टेशनों के आसपास तैनात की गई हैं।
अभेद्य है रेलवे की सुरक्षा
डीसीपी रेलवे दिनेश कुमार गुप्ता का कहना है कि रेलवे स्टेशन पर सुरक्षा के पुख्ता बंदोबस्त किए गए हैं। स्वतंत्रता दिवस के मद्देनजर दिल्ली पुलिस ने आरपीएफ व रेलवे ऑफिसरों के साथ सिक्योरिटी रिव्यू को लेकर एक हाई लेवल मीटिंग भी की है। रेलवे पुलिस आरपीएफ रेलवे अधिकारी पीसीआर और ट्रैफिक के साथ ज्वाइंट पेट्रोलिंग कर रही है। डॉग स्क्वायड टीम व बम डिस्पोजल टीम भी रेलवे स्टेशनों पर मोर्चा संभाले हुए हैं। नई दिल्ली रेलवे स्टेशन ओल्ड दिल्ली, रेलवे स्टेशन, हजरत निजामुद्दीन, सराय रोहिल्ला, आनंद विहार रेलवे स्टेशन आदि बड़े स्टेशनों पर सुरक्षा के व्यापक बंदोबस्त किए गए हैं।
आतंकियों के मंसूबों को नाकाम करने के लिए। दस क्विक रिस्पांस टीमें तैनात की गई हैं। रेलवे स्टेशनों पर लाउडस्पीकर और पोस्टर चस्पा कर लोगों को जागरूक किया जा रहा है कि वह पुलिस की आइज एंड ईयर स्कीम का हिस्सा बने और संदिग्धों के बारे में सूचना दें। भीड़ में दूर तक नजर रखने के लिए जगह-जगह ऊंचे मचान बनाए गए हैं और मोर्चे बनाए गए हैं। जहां आधुनिक हथियारों से लैस जवान तैनात हैं।