कृषि कानूनों पर दिल्ली की सीमाओं पर किसानों का विरोध प्रदर्शन जारी है। पुलिस की तरफ से बॉर्डर को पूरी तरह सील कर दिया गया है। कंक्रीट की दीवार और कटीले तारों का इस्तेमाल भी किया जा रहा है। गाजीपुर बॉर्डर पर भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने दोपहर का खाना पुलिस द्वारा लगाई गई बैरिकेड के पास जमीन पर बैठ कर खाया।
राकेश टिकैत ने इस दौरान कहा कि हम कानून का सम्मान करते हैं, ये लड़ाई अक्टूबर महीने तक चलेगी। जिसकी तैयारियां की जा रही हैं। बीते 2 महीने से अधिक समय से किसान कृषि कानून का विरोध कर रहें हैं। गणतंत्र दिवस पर हुई हिंसा के बाद से बॉर्डर पर सुरक्षा बढ़ा दी गई है। वहीं गाजीपुर बॉर्डर को पूरी तरह बंद कर दिया गया है। नोएडा, गाजियाबाद ओर मेरठ से दिल्ली की ओर जाने वाले लोगों के लिए बॉर्डर को दिल्ली पुलिस ने बिल्कुल बंद कर दिया है। जिसके कारण स्थानीय लोगों को भारी जाम से जूझना पड़ रहा है।
बता दें कि गाजीपुर, सिंघु और टिकरी बॉर्डर पर पुलिस द्वारा सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं। इसके अलावा, कटीले तारों से बैरिकेडिंग की गई है, नुकीले सरिए जमीन में गाड़े गए हैं, कंक्रीट की दीवारें बनाई गई हैं ताकि सुरक्षा और पुख्ता हो सके। इन्हीं सीमाओं में से होकर पंजाब, हरियाणा और पश्चिमी उत्तर प्रदेश से किसान आकर प्रदर्शन में शामिल हो रहे थे। सीमाओं पर कड़ी नजर रखने के लिए ड्रोन्स का इस्तेमाल किया जा रहा है, कड़ाई से चेकिंग की जा रही है। नतीजतन, राजधानी में लोगों को ट्रैफिक जाम की समस्या का सामना करना पड़ रहा है।