पश्चिमी दिल्ली : जलियांवाला बाग हत्याकांड का बदला 21 सालों के लंबे अंतराल के बाद लिया गया था। बदला लेने वाले कोई और नहीं बल्कि भारतीय स्वतंत्रता संग्राम में अहम भूमिका निभाने वाले शहीद उधम सिंह कंबोज थे। हिंदुस्तानियों के इस दर्द का बदला लेने के लिए शहीद उधम सिंह लंदन जा पहुंचे और साल 1940 में सर माइकल ओडवायर को गोलियों से ढेर कर दिया था। उक्त उद्गार वरिष्ठ नागरिक केसरी क्लब की चेयरपर्सन व पंजाब केसरी दिल्ली की डायरेक्टर श्रीमती किरण चोपड़ा ने व्यक्त किए। मौका था वजीरपुर स्थित पंजाब केसरी कार्यालय में एक पुस्तक विमोचन का।
बता दें कि वरिष्ठ पत्रकार चंद्र मोहन आर्य ने जलियांवाला बाग और शहीद उधम सिंह नाम से एक कॉमिक्स लिखी है। गुरुवार को इसी कॉमिक्स का विमोचन किया गया। इसका विमोचन आर्य वीरांगना दल, दिल्ली प्रदेश के सानिध्य में किया गया। कॉमिक्स विमोचन के दौरान श्रीमती चोपड़ा ने अपने परिवार के उन लोगों का भी बखान किया जिन्होंने आजादी की लड़ाई में अपना सर्वस्व न्यौछावर कर दिया था। उन्होंने कहा कि देश की आजादी की लड़ाई में दादा ससुर लाला जगत नारायण व देश की एकता में ससुर रमेश चंद्र का बलिदान हमें ही नहीं बल्कि आम लोगों को आज भी आंदोलित करता है। मैं अपनी पुस्तकों के माध्यम से सरहद पर शहीद परिवारों की मद्द में समर्पित हूं और सभी संपन्न वर्ग को भी इसके लिए प्रेरित करती हूं।
कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के तौर पर कनॉट प्लेस सेंट्रल न्यूज एजेंसी की डायरेक्टर संतोष पुरी ने शिरकत की। पुरी ने श्रीमती चोपड़ा के परोपकारी मिशन की भूरी-भूरी प्रशंसा की और इसे देशभक्ति की राह में सार्थक कदम बताया। इस कार्यक्रम में संचालिका शारदा आर्या, सचिव आचार्य अमृता, सुनीति आर्या, राजग्रोवर, एमएल खेड़ा, मुकेश भटनागर, बलदेव राज आर्य, सुभाष शर्मा, योगेंद्र सिंह माथुर, राजेंद्र सिंह, अजय चौधरी व यशपाल आर्य आदि समाजसेवियों ने देशभक्त उधम सिंह का स्मरण किया। सभी ने वरिष्ठ पत्रकार चंद्रमोहन आर्य के जोश, जुनून और जज्बे की सराहना की। गौरतलब है कि सालों की मेहनत के बाद इस पुस्तक को प्रकाशित किया गया है।
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– ववीता चौहान