टूलकिट मामले में गिरफ्तार पर्यावरण कार्यकर्ता दिशा रवि की गिरफ्तारी के खिलाफ मंगलवार को वामदल से संबद्ध ऑल इंडिया स्टूडेंट्स एसोसिएशन (आइसा) ने दिल्ली पुलिस हेडक्वार्टर्स के पास प्रदर्शन किया। जेएनयू, दिल्ली यूनिवर्सिटी और अम्बेडकर यूनिवर्सिटी (दिल्ली) के आइसा सदस्यों ने आरोप लगाया कि बीजेपी ‘लोकतंत्र के खिलाप क्रूर अभियान’ चला रही है।
आइसा के राष्ट्रीय कार्यकारी महासचिव प्रसेनजीत कुमार ने कहा, ‘‘युवा भारत के भविष्य हैं। दिशा जैसी मुखर युवा आवाजों से हमारे देश का लोकतांत्रिक तानाबाना बनता है लेकिन बीजेपी द्वारा हमपर हमला कामयाब नहीं होगा।’’ आइसा ने बयान में आरोप लगाया कि ‘टूलकिट’ के आधार पर दिशा रवि की गिरफ्तारी ‘‘आरएसएस-बीजेपी का लोकतांत्रिक विरोधी एजेंडे का नृशंस प्रदर्शन है।’’
संगठन ने कहा, ‘‘टूलकिट प्रदर्शन का सामान्य हथियार है और द्वेषपूण तरीके से इसे ‘अंतरराष्ट्रीय साजिश’ करार देना बीजेपी का किसानों के विशाल प्रदर्शन को बदनाम करने का तरीका है।’’ आइसा का प्रदर्शन दिल्ली पुलिस के आयुक्त को संबोधित ज्ञापन सौंपने के साथ समाप्त हुआ जिसमें दिशा रवि के साथ-साथ मजदूर संघ कार्यकर्ता नौदीप कौर, शिव कुमार, ‘गिरफ्तार किसान नेताओं व राजनीतिक कैदियों’ को रिहा करने की मांग की गई।