पश्चिमी दिल्ली : वेद प्रकाश जिंदल जी ने समाज में अपने धर्म का पालन किया। राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के विचारों को जीवन में उतारकर, सभी बधुओं के साथ मिलकर, दूसरों का हाथ पकड़कर आगे बढ़े। समाज की भलाई के लिए काम किया। वेद जी ने अपने जीवन में कभी भी मैं यानि अहम की भावना को नहीं आने दिया। जैसे लकड़ी में दीमक लगने के बाद लकड़ी की ताकत खत्म हो जाती है। उसी तरह जीवन में मैं के आने से जीवन का अस्तित्व भी खत्म हो जाता है। लेकिन वेद जी इससे परे रहे। वह कभी भी मैं शब्द का उपयोग नहीं करते थे। वह कहते थे आपके कारण फलां काम हुआ है। वह कभी कोई निर्णय अकेले नहीं लेते थे। ह्रदय के कोमल और सरल व्यवहार वाले थे। बेशक पत्थर उनके नाम का होगा। लेकिन पत्थर में पंजाब के प्रत्येक वासी का नाम होगा। यह विचार प्रेम जी गोयल ने एक कार्यक्रम के दौरान व्यक्त किए। मौका था वेदप्रकाश जिंदल जी के नाम पर पंजाबी बाग स्थित एक पार्क के नामकरण का। बता दें कि सुप्रसिद्ध समाजसेवी वेदप्रकाश जिंदल को सम्मान देने के लिए साउथ एमसीडी के इस पार्क का नामकरण उनके नाम पर किया गया है।
पत्थर भी बोलते हैं : किरण शर्मा चोपड़ा
पत्थर भी बोलते हैं। यह जो पत्थर होते हैं, यह कोई मामूली पत्थर नहीं होते। इनकी जीवन में एक अलग महत्ता होती है। रास्ते में चलते वक्त जब हम किसी जगह से गुजर रहे होते है और उस जगह कोई पत्थर लगा होता है तो हम रुककर उस पत्थर को देखते हैं क्योंकि पत्थर हमें रोकते है। हम सोचते हैं कि यह पत्थर किसके नाम का है। वह सिर्फ किसी के नाम का पत्थर नहीं होता है। वह पत्थर उसके द्वारा किए गए सामाजिक कार्य और समाज के प्रति उसके प्रेम का आइना होता है। किसी के नाम का पत्थर लगवाना एक प्रोगाम भर नहीं होता। उसका भी अपना महत्व होता है। हमारे कर्म और कार्य हमें आगे बढने की प्रेरणा देते हैं।
यह सभी बातें वरिष्ठ नागरिक केसरी क्लब की चेयरपर्सन श्रीमती किरण शर्मा चोपड़ा ने पार्क के नामकरण कार्यक्रम के दौरान कही। साथ ही उन्होंने जिंदल जी द्वारा किए गए समाज कार्यों की यादों को भी साझा किया। उन्होंने कहा कि पंजाबी बाग में वरिष्ठ नागरिक केसरी क्लब की तीसरी शाखा खालने में भी जिंदल जी ने काफी मदद की थी। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि जीवन में अच्छे कर्मों का फल जरूर मिलता है। इसलिए समाज कार्यों के लिए समय व अपनी कमाई की कुछ राशि समाज सेवा में लगानी चाहिए।
पिताजी के पद्चिन्हों पर चलना है: प्रवेश वर्मा
नामकरण कार्यक्रम के दौरान वेस्ट दिल्ली से भाजपा सांसद प्रवेश साहिब सिंह वर्मा ने कहा कि किसी के नाम का पत्थर लगवाना एक प्रोगाम भर नहीं होता। उसका भी अपना महत्व होता है। हमारे कर्म और कार्य हमें आगे बढने की प्रेरणा देते हैं। पार्क का नाम जिंदल जी के नाम पर रखा गया है तो अब यह कोई साधारण पार्क नहीं रहा। लिहाजा अब यह पार्क दिल्ली के सबसे बेहतर पार्कों में से एक होना चाहिए। इसमें लगा कोई भी पौधा सूखना नहीं चाहिए। उन्होंने वेद प्रकाश जी की बातों को याद करते हुए बताया कि वेद प्रकाश जी जब भी मिलते थे तो कहते थे कि तुम अपने पिताजी के पदचिन्हों पर चलो और उनके जैसा मुकाम हासिल करो। हमेशा कहते थे कि मैं तुझे एमपी बने देखना चाहता हूं।
साउथ एमसीडी के उपमहापौर कैलाश सांकला ने भी समाज सेवी वेद जी के कार्यों की सराहना की। उन्होंने कहा कि साउथ एमसीडी ने चार एकड़ में फैले इस नक्षत्र वाटिका पार्क को विकसित किया है। सांकला ने नक्षत्र वाटिका की महत्ता के बारे में भी बताया कि इसमें नौ ग्रहों के मुताबिक ही पेड़ लगाए गए हैं। यहां बैठने वालों को अध्यात्म के साथ आयुर्वेदिक लाभ भी मिलेगा। यहां गजीबो लगाए जा रहे हैं। जिससे बच्चों, युवाओं व बुजुर्गों को लाभ मिलेगा। इस नामकरण समारोह के दौरान एमसीडी के राजेंद्र, सतीश, मंडल अध्यक्ष रमेश यादव, नंद किशोर गर्ग, विजय मानव आदि गणमान्य मौजूद रहे। साथ ही वेद प्रकाश जिंदल के परिवार से उनकी पत्नी शीला जिंदल, बहू और पोती भी उपस्थित रहीं।
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– बबीता चौहान