दक्षिणी दिल्ली : दिल्ली के जाकिर नगर में दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल की टीम ने ड्रग्स की प्रोसेसिंग यूनिट स्थापित कर इस काले कारोबार को फैलाने में जुटे अफगानी ड्रग्स तस्करों को उनके साथियों के साथ गिरफ्तार किया गया था। जहां से 150 किलो ड्रग्स बरामद हुआ था। इस घटना के महज चार दिनों के भीतर ही स्पेशल सेल ने हरियाणा के सोनीपत में एक कोल्ड स्टोरेज में प्रोसेसिंग यूनिट का खुलासा करते हुए वहां से 50 किलो हेरोइन भी जब्त की है।
जिसकी अंतर्राष्ट्रीय बाजार में 200 करोड़ रुपए कीमत बताई जा रही है। मौके से ही पुलिस टीम ने दो अफगानी ड्रग्स तस्करों को भी गिरफ्तार किया है। इस खुलासे के बाद पुलिस इस बात की आशंका जता रही है कि अफगान ड्रग्स तस्कर भारत में अपनी जड़े दोबारा जमाने की कोशिश कर रहे हैं। आरोपियों की गिरफ्तारी की पुष्टि करते हुए स्पेशल सेल पुलिस उपायुक्त मनीषी चंद्रा ने उनकी पहचान मोहम्मद अकबर (45) और नेडा मोहम्मद (38) के तौर पर की गई है। दोनों आरोपी ड्रग्स को प्रोसेस करने के एक्सपर्ट बताए जा रहे हैं।
पुलिस टीम ने किशमिश के 600 गत्तों में से 102 गत्तों को चिन्हित कर उसमें रखे 204 पोली पैक के बीच कार्डबोर्ड के भीतर छीपाकर रखी गई हेरोइन बरामद की। ड्राई फ्रुट्स के गत्तों की आड़ में हेरोइन की तस्करी अफगानिस्तान से भारत में की जा रही थी। जांच में सामने आया कि भारत में प्रवेश के लिए तस्करों ने पाकिस्तान से होते हुए वाघा-अटारी बॉर्डर का इस्तेमाल किया था।
दिल्ली को ट्रांजिट प्वाइंट बनाने की कोशिश…
पिछले चार दिनों के भीतर 200 किलो अफगानी हेरोइन जब्त होने और दो प्रोसेसिंग यूनिट का खुलास होने को जहां दिल्ली पुलिस बड़ी कामयाबी मान रही है, वहीं इसे चिंता का विषय भी माना जा रहा है। दरअसल अफगानी तस्करों के खिलाफ पुलिस की कार्रवाई से पिछले कुछ सालों के भीतर जड़े उखड़ गई हैं। जिसके बाद अब अफगानी तस्कर भारत में अपनी जड़े फिर से जमाने की कोशिश में जुटे हुए हैं।
इसके लिए दिल्ली को ट्रांजिट प्वाइंट बनाया जा रहा था। दिल्ली और हरियाणा में ड्रग्स के लिए प्रोसेसिंग यूनिट भी लगाई गई, जहां पर छुपाकर लाए गए ड्रग्स को जूट बैग व गत्तों से निकालकर उनकी पैकिंग कर ड्राई फ्रुट्स की आड़ में सप्लाई की जा रही थी।