राजधानी दिल्ली के कई बड़े अस्पतालों में बेड नहीं मिलने के कारण ढाई साल के बच्चे की मौत हो गई। एक से, दूसरे… दूसरे से तीसरे ऐसे ही कई अस्पताल के चक्कर काट रहे मृतक बच्चे के स्वजनों ने बताया कि कई अस्पतालों में उनके बच्चे को इलाज़ के लिए बेड नहीं मिला और एम्बुलेंस में ही उसकी मौत हो गई।
दरअसल, मजनू का टीला इलाके में रहने वाले दंपत्ति का एक ढाई साल का बच्चा घर की चौथी मंजिल से अचानक से गिर गया था। आनन-फानन में बच्चे के माता पिता उसे सिविल लाइन स्थित ट्रामा सेंटर ले गए। जहां पर डॉक्टर्स की टीम ने 10 मिनट तक बच्चे का इलाज किया और उसके बाद एम्स ट्रामा सेंटर के लिए रेफर कर दिया। ये कहकर कि उनके पास वेंटिलेटर नहीं है।
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इसके बाद बच्चे को सफदरजंग अस्पताल ले जाया गया। वहां पर डॉक्टर बच्चे के माता-पिता को इधर उधर घुमाते रहे और आखिर में बोले कि यहां पर बेड खाली नहीं है और एम्स चले जाने को कहा। परेशान माता-पिता बच्चे को लेकर एम्स पहुंचे वहां भी डॉक्टरों ने बेड खाली न होने का हवाला दिया और एम्स ट्रामा सेंटर भेज दिया।
एम्स ट्रामा सेंटर में भी बच्चे को बेड नहीं मिला फिर परिजन बच्चे को लेकर आरएमएल अस्पताल लेकर गए। आरएमएल में भी डॉक्टर परिवार वालों को परेशान करते रहे, दूसरे अस्पताल ले जाने को कहा। इसके बाद बच्चे के माता-पिता दिल्ली के एलएनजेपी हॉस्पिटल लेकर के गए वहां पर भी आईसीयू में बेड नहीं मिला। कई अस्पतालों के चक्कर काट रहे ढाई साल के मासूम को कहीं इलाज नहीं मिला। आखिर में उसने एंबुलेंस में में ही दम तोड़ दिया।