हल्द्वानी : एसटीएफ के हाथ एक बड़ी सफलता लगी है। टीम ने दो नशे के सौदागरों को गिरफ्तार करने में सफलता प्राप्त की है। उनके पास से चार किलो चरस व नगदी बरामद की गई है। पकड़े गए तस्कर लंबे समय से चरस तस्करी में लिप्त बताए जा रहे हैं। बरामद चरस की कीमत लाखों रूपये बताई जा रही है। तस्करों के खिलाफ एनडीपीएस एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है। एसटीएफ की वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक रिद्धिम अग्रवाल के निर्देश पर बीती रात टीम ने अवैध मादक पदार्थों की तस्करी व अवैध गतिविधियों में सतर्कता की दृष्टि से अभियान चलाया हुआ था।
इस बीच टीम को रामपुर रोड में डाॅ सुशीला तिवारी राजकीय चिकित्सालय की स्टाॅफ पार्किंग गेट के सामने रात्रि करीब एक बजे दो युवक संदिग्धावस्था में खड़े दिखाई दिए। जब टीम के सदस्यों ने उन्हें पास आने का इशारा किया तो वह सकपका गए और भागने का प्रयास करने लगे। इस पर टीम ने घेराबंदी कर उन्हें दबोच लिया। तलाशी लेने पर उनके बैग से चार किलो चरस व एक लाख दस हजार रूपये की नगदी बरामद हुई। पूछताछ में दोनों ने अपने नाम सचिन गुप्ता पुत्र उमेश गुप्ता निवासी गली नंबर दो जगतपुरा आवास विकास रूद्रपुर व धाम सिंह पुत्र स्व. दरबान सिंह निवासी ग्राम दोबाड़ तोपनिया कपकोट जिला बागेश्वर बताया है।
पुलिस की बड़ी कार्रवाई : चौबीस घंटे में गौ-तस्कर गिरफ्तार
दोनों ने पूछताछ में बताया कि वह उक्त चरस बागेश्वर से खरीद कर लाते हैं। उक्त चरस को वह ऊधमसिंह नगर, नैनीताल व हरिद्वार में बेचने का कार्य करते हैं। पूछताछ में तस्कर धाम सिंह ने बताया कि बागेश्वर से उक्त चरस यहां लाता था। ऊधमसिंह नगर में बेचने के लिए सचिन गुप्ता उससे चरस खरीदता था। इससे पूर्व भी वह चार बार बागेश्वर से चरस यहां पहुंचा चुका था। वह रूद्रपुर के एक पब्लिक स्कूल में पूर्व में गार्ड की नौकरी करता था। लेकिन 15 दिन पूर्व उसने अमीर बनने के लालच में नौकरी छोड़ दी और चरस तस्करी करने लगा। निरीक्षक एमपी सिंह ने बताया कि पूछताछ में दोनों से जुड़े चार तस्करों के नाम सामने आए हैं।
उनके बारे में आवश्यक जानकारियां जुटाई गई हैं। इन जानकारियों को आधार बनाकर उनकी गिरफ्तारी के प्रयास किए जा रहे हैं। एसटीएफ ने दोनों के खिलाफ हल्द्वानी कोतवाली में एनडीपीएस एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज कराया है। टीम ने दोनों से अहम जानकारियां जुटाई हैं। पकड़ी गई चरस की कीमत लाखों रुपये बताई जा रही है। सफलता प्राप्त करने वाली टीम में एसटीएफ के निरीक्षक एमपी सिंह, एसआई पंकज बेलवाल, आरक्षी गोविन्द सिंह, विरेंद्र चौहान, महेंद्र गिरी, दुर्गा सिंह, सुरेंद्र कनवाल, चालक भूपेंद्र सिंह शामिल रहे।
– संजय तलवाड़