नई दिल्ली : उप मुख्यमंत्री और संस्कृति, कला एवं भाषा के मंत्री मनीष सिसोदिया की अध्यक्षता में सचिवालय में गुरुवार को गढ़वाली, कुमाऊनी और जौनसारी भाषा अकादमी के शासी निकायों की बैठक का आयोजन किया गया। सिसोदिया ने गढ़वाली अकादमी को सलाह दी कि वे संस्कृत अकादमी के साथ मिलकर अपने कार्यक्रमों को संचालित करने की योजना पर आपसी सहयोग से काम करें।
उन्होंने शासी निकाय को यह निर्देश भी दिए कि वे क्षेत्रीय भाषाओं में गणतंत्र दिवस के अवसर पर ‘कवि सम्मेलन’ का आयोजन भी करें। उन्होंने कहा कि 3 भाषाओं गढ़वाली, कुमाऊनी और जौनसारी के शिक्षण केंद्र खोलने की आवश्यकता है। दिल्ली की जनसंख्या में एक बड़ा हिस्सा उत्तराखंड के लोगों का है और हम उन्हें एक ऐसा प्लेटफार्म प्रदान करना चाहते हैं जहां पर उनकी अनूठी संस्कृति और भाषा का अनुभव उन्हें मिल सके।
उन्होंने इस अवसर पर कनॉट प्लेस के सेंट्रल पार्क में जल्द से जल्द 2 दिन के लोक उत्सव आयोजित करने के बारे में भी बात की। उप मुख्यमंत्री ने ट्वीट कर बताया कि हम दिल्ली के अंदर अलग-अलग उम्र के लोगों के लिए 25 भाषाओं के केंद्र खोल रहे हैं।
यह भाषा केंद्र बुराड़ी, द्वारका, पटपड़गंज, दिलशाद गार्डन, मयूर विहार फेस 3, गोल मार्केट, लोधी रोड, पालम, रोहिणी, कुतुब विहार, गोंडा, बदरपुर और तिमारपुर में खोले जाएंगे। भाषाओं के इन केंद्रों पर किसी भी उम्र के लोग चाहे वो बच्चे हों या प्रौढ़, इन भाषाओं को सीख सकेंगे।
उत्तरायणी उत्सव के लिए जारी किया जाएगा बजट
बैठक में मनीष सिसोदिया ने अगले साल जनवरी में आयोजित होने वाले उत्तरायणी त्यौहार की तैयारियों के लिए भी मंजूरी दी। उन्होंने कहा कि उत्तरायणी उत्सव के लिए अकादमी की तरफ से बजट जारी किया जाएगा। उप मुख्यमंत्री ने ट्वीट कर बताया कि नवनिर्मित गढ़वाली, कुमाऊनी और जौनसारी भाषा अकादमी की पहली बैठक आयोजित की गई।
उपाध्यक्ष गीतकार हरि सिंह राणा समेत सभी सदस्यों में बेहद उत्साह है क्योंकि अब तक उत्तराखंड में भी अपनी क्षेत्रीय भाषाओं को बढ़ावा देने के लिए अलग से अकादमी की व्यवस्था नहीं की गई है, जबकि दिल्ली में यह अकादमी ना केवल स्थापित की गई है बल्कि अब कार्य भी करने लग गई है।