नई दिल्ली : तीस हजारी कोर्ट ने प्रदेश के साथ देश भर को दहला देने वाले उन्नाव सामूहिक दुष्कर्म मामले में शनिवार को सुनवाई की। तीस हजारी कोर्ट के धर्मेश शर्मा ने इस मामले में मुख्य आरोपियों यूपी के विधायक कुलदीप सिंह सेंगर और शशि सिंह के खिलाफ प्रोडक्शन वारंट जारी किया है। जज शर्मा ने दोनों को 5 अगस्त को दोपहर 12:30 बजे कोर्ट के सामने पेश होने का आदेश इस प्रोडक्शन वारंट के तहत दिया है।
इस मामले में सुप्रीम कोर्ट के दिशा-निर्देशानुसार रोजाना सुनवाई की जाएगी। बता दें कि दुष्कर्म के आरोप के बाद पीड़िता के सड़क दुर्घटना में गंभीर रूप से घायल होने के बाद दबंग विधायक कुलदीप सिंह सेंगर के खिलाफ शिकंजा कसा है। सुप्रीम कोर्ट ने इस मामले पर संज्ञान लेते हुए ही इसकी सुनवाई दिल्ली में ट्रांसर्फर की थी। 45 दिन में इसकी सुनवाई खतम करने के निर्देश सुप्रीम कोर्ट ने जारी किए हैं। इस मामले के उजागर होने के बाद बीजेपी ने भी सेंगर को पार्टी से बाहर का रास्ता दिखाया है। और अब जिला प्रशासन भी सेंगर पर कड़ी कार्रवाई कर रहा है।
दुष्कर्म के साथ ही दुष्कर्म पीड़िता की हत्या के प्रयास की सीबीआई जांच होने के बाद से ही विधायक कुलदीप सिंह सेंगर पर शिकंजा कसा गया है। जिला प्रशासन की ओर से लंबे समय से अटकी विधायक कुलदीप सेंगर के शस्त्र लाइसेंस निरस्तीकरण की कार्रवाई आखिर 15 माह बाद पूरी कर ली गई। जिला मजिस्ट्रेट देवेंद्र कुमार पाण्डेय ने बाहुबली विधायक के तीनों शस्त्र लाइसेंस निलंबित करने का आदेश जारी कर दिया। बाहुबली विधायक के पास एक नाली बंदूक, राइफल और रिवाल्वर है। उनकी गिरफ्तारी के बाद तत्कालीन एसपी ने डीएम को लाइसेंस निरस्त करने की रिपोर्ट भेजी थी।