नई दिल्ली : दलबदल के आरोपों से घिरे आम आदमी पार्टी (आप) के बागी विधायक कपिल मिश्रा और संदीप कुमार मंगलवार को सुनवाई के लिए विधानसभा अध्यक्ष के सामने उपस्थित हुए। अध्यक्ष के नोटिस का जवाब देने विधानसभा पहुंचे संदीप कुमार ने आप की ओर से दी गई याचिका पर ही सवाल उठा दिया। अपना पक्ष रखते हुए संदीप कुमार ने याचिका लगाने वाले आप के मुख्य प्रवक्ता सौरभ भारद्वाज के खिलाफ एससी, एसटी एक्ट के तहत मुकदद्मा दर्ज करने की मांग की। उन्होंने आरोप लगाया है कि उन्हें ठीक से उनका काम नहीं करने दिया गया और उन्हें जातिसूचक शब्दों से संबोधित किया गया।
वहीं कपिल मिश्रा ने विधानसभा अध्यक्ष को जवाब नहीं दिया है। मिश्रा ने कहा है कि उन्हें नोटिस के पूरे दस्तावेज उपलब्ध नहीं कराए गए हैं। नोटिस में उन्हें 41 पेज का जिक्र किया गया है। जबकि उन्हें नोटिस के साथ केवल दस पेज दिए गए हैं। इसलिए उन्हें नोटिस के पूरे पेज दिए जाएं। इसके अलावा सुनवाई के दौरान मीडिया को भी मौजूद रहने की अनुमति दी जाए। मीडिया की मौजूदगी की उनकी मांग को विधानसभा अध्यक्ष ने अस्वीकार कर दिया। फिलहाल इन दोनों विधायकों के मामले की बुधवार काे सुनवाई होगी। इस पर प्रतिक्रिया देते हुए याचिकाकर्ता सौरभ भारद्वाज ने कहा कि संदीप कुमार जो भी कार्रवाई करें, उनका स्वागत है।
भारद्वाज ने कहा कि उन्होंने कभी भी बाबा साहब भीमराव अंबेडकर का अपमान नहीं किया। लेकिन संदीप को अब विधानसभा अध्यक्ष के सामने यह जवाब देना है कि उन्होंने बसपा ज्वाइन की या नहीं, वह बसपा अध्यक्ष मायावती को अपना नेता मानते हैं या नहीं। वह दिल्ली में उत्तरी-पूर्वी दिल्ली से बसपा के लोकसभा प्रत्याशी के प्रचार में गए हैं या नहीं। वह पंजाब में बसपा के प्रत्याशी के समर्थन में गए हैं या नहीं। यहां बता दें कि देवेंद्र सहरावत और अनिल वाजपेयी के मामले में जवाब देने का अतिम दिन बुधवार है। इस दिन दोनों विधायकों को अपना जवाब देना होगा। इन दोनों विधायकों के मामले की सुनवाई गुरुवार यानी 11 जुलाई को है।