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वाल्मीकि समाज को विकास से रखा दूर : सीएम

दलित समाज को जानबूझकर 70 साल विकास से दूर रखा गया। आप की सरकार ने पांच साल में इस समाज को मुख्यधारा से जोड़ा।

नई दिल्ली : दलित समाज को जानबूझकर 70 साल विकास से दूर रखा गया। आप की सरकार ने पांच साल में इस समाज को मुख्यधारा से जोड़ा। विकास की चाभी केवल शिक्षा है, जिसे दिल्ली सरकार ने बिल्कुल मुफ्त कर दिया है। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने यह बात लाल किले में महर्षि वाल्मीकि की जयंती पर कही। इसका आयोजन महर्षि वाल्मीकि जन्मोत्सव कमेटी की ओर से किया गया था। इस दौरान आप नेता प्रह्लाद साहनी, रोहित मेहरौलिया भी मौजूद थे। 
केजरीवाल ने कहा कि भगवान वाल्मीकि ऐसे व्यक्ति थे, जिन्होंने भगवान राम के पुत्र लव-कुश को शिक्षा दी। इससे उनकी महानता को आसानी से समझा जा सकता है। उन्होंने कहा कि अगर हम भगवान वाल्मीकि को आदर्श मानते हैं तो हमें पढ़ाई पर जोर देना होगा। दलित समाज को जानबूझकर 70 साल शिक्षा से दूर रखा गया। बाकी पार्टी के लोग चाहते थें दलित समाज के लोग सफाईकर्मी बनें। अब मेरा सपना है कि वाल्मीकि समाज के बच्चों को डाॅक्टर-इंजीनियर-वकील बनाया जाए, जो बात भगवान वाल्मीकि ने कही वहीं बाबा साहेब अंबेडकर ने कही। 
दोनों ने कहा विकास की चाभी शिक्षा में है। इसी कारण अन्य पार्टियों ने सरकारी स्कूल की हालत खराब की। अंबेडकर नगर के विधायक अजय दत्त ने कहा कि दलित समाज को जितना अरविंद केजरीवाल ने किया, उतना किसी ने नहीं दिया। अरविंद केजरीवाल सरकार ने एनडीएमसी के लोगों को पक्की नौकरी दी। दिल्ली में अरविंद केजरीवाल ने वाल्मीकि समाज से मंत्री बनाया। लोकसभा का टिकट दिया।
प्रण लें, अपने बच्चों को अच्छी शिक्षा देंगे
अब यह प्रण लेना चाहिए कि हम भी अपने बच्चों को अच्छी शिक्षा देंगे। पहले दिल्ली के सरकारी स्कूलों की हालत खस्ता थी। पिछले पांच सालों में उसे आप की सरकार में निजी स्कूलों जैसा कर दिया गया है। अब आपका एक रुपया भी नहीं लगता और बच्चों को अच्छी शिक्षा मिल रही है। बारहवीं तक शिक्षा फ्री कर दी। एक वकील ने आरके पुरम डीपीएस से अपने बच्चे का नाम कटाकर सरकारी स्कूल में लिखवाया। अब अमीर-गरीब के बच्चे साथ पढ़ रहे हैं।
मेरा सपना, दलित समाज के बच्चों को डाक्टर बनाओ
जय भीम योजना के तहत हमने दर्जी के बेटे विजय के कोचिंग का सारा खर्च उठाया। उसका दाखिला आइआइटी में हो गया। मेरे बेटे का दाखिला भी आईआईटी में हुआ। अब दोंनो बच्चे साथ-साथ पढ़ रहे। बेटी शशि भी दलित समाज की है। उसका भी दाखिला हो गया। मेरा सपना है दलित समाज के बच्चों को डाक्टर-इंजीनियर बनाओ। आज आपलोग को पैसे की कमी नहीं होगी। जितना पैसा लगेगा, मेरे पास आना। दिल्ली सरकार ने यह भी इंतजाम किया है कि दलित समाज के बच्चे सिविल सेवा या किसी भी कंप्टीशन की तैयारी करना चाहते हैं, बड़े से बड़े कोचिंग सेंटर में शिक्षा हम दिलाएंगे।
एबीवीपी जेएनयू इकाई ने महर्षि वाल्मीकि को दी श्रद्धांजलि
अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) की जेएनयू इकाई ने वाल्मीकि जयंती पर रविवार को जेएनयू परिसर में पुष्पांजलि कार्यक्रम का आयोजन किया। यहां मौजूद छात्र-छात्राओं ने महर्षि वाल्मीकि को पुष्पांजलि अर्पित कर उन्हें याद किया। इकाई के अध्यक्ष दुर्गेश कुमार ने कहा कि महात्मा वाल्मीकि का संपूर्ण जीवन मानव जाति के लिए प्रेरणादायक है। 
रामायण जैसे महाकाव्य की रचना, भारत सहित अनेक देशों की संस्कृति के लिए वरदान साबित हुआ है। इसके बाद ही रामायण को आधार बनाकर अनेक महाकाव्यों की रचना हुई। राम, लक्ष्मण और अन्य अनेक पात्रों का जीवन चरित बहुत कुछ सिखाता है। रामायण में जिस तरह से एक आदर्श व्यक्तित्व, आदर्श समाज और एक आदर्श राज्य की व्यवस्था है, वह अतुलनीय है। वाल्मिकी समाज से जुड़े मूलभूत विषयों को समझना समय की जरूरत है।

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