नई दिल्ली : राज्यसभा सांसद और पूर्व प्रदेश भाजपा अध्यक्ष विजय गोयल के नेतृत्व में भाजपा ने शुक्रवार को अजमेरी गेट चौक पर प्याज की आसमान छूती कीमतों के खिलाफ धरना दिया। गोयल के साथ ने राष्ट्रीय उपाध्यक्ष प्रभात झा और दिल्ली से सांसद मीनाक्षी लेखी भी मौजूद रहीं।
गोयल ने कहा कि केजरीवाल सरकार लोगों को प्याज के आंसू रुलवा रही है। सभी लोग इसलिए ये धरना दे रहे हैं क्योंकि केजरीवाल सरकार ने पहले प्याज की जमाखोरी नहीं रोकी, दूसरा जनता को प्याज उपलब्ध नहीं कराया, तीसरा जब-जब केंद्र सरकार ने प्याज दिल्ली को उपलब्ध कराया तब-तब केजरीवाल ने जानबूझ कर लेने से मन कर दिया। उन्होंने कहा कि केजरीवाल फिर से जनता को गुमराह कर रहे हैं।
पहले कभी केंद्र सरकार से प्याज की मांग नहीं की और अब अपनी नाकामियों को केंद्र सरकार पर दोषारोपण रहे हैं, लेकिन दिल्ली की जनता मूर्ख नहीं है। राष्ट्रीय उपाध्यक्ष प्रभात झा ने कहा कि केजरीवाल सरकार बस लोगों को गुमराह करने में लगी हुई है। चाहे पानी हो या प्रदूषण हो या प्याज के दाम हों। इस सरकार ने दिल्ली में पांच साल तक कोई काम नहीं किया।
सांसद मीनाक्षी लेखी ने कहा कि अभी तक दिल्ली सरकार ने अपनी प्याज की मांग कभी केंद्र सरकार के सामने रखी ही नहीं और अब जब लोगों में गुस्सा है तो इसका ठीकरा भी केंद्र सरकार के सिर पर फोड़ने की कोशिश कर रहे हैं। लेखी ने कहा कि केजरीवाल सरकार की कोई दूर-दृष्टि नहीं है।
केजरीवाल कर रहे हैं गंदी राजनीति : तिवारी
प्रदेश भाजपा अध्यक्ष मनोज तिवारी ने शुक्रवार को दिल्ली में बढ़ रही प्याज की कीमतों के लिए दिल्ली सरकार के खाद्य विभाग को जिम्मेदार ठहराते हुए कहा कि केजरीवाल सरकार का असली चेहरा दिल्ली की जनता के सामने आ चुका है। एक तरफ तो वे केन्द्र सरकार द्वारा दी जा रही प्याज लेने से इन्कार करते हैं और दूसरी ओर कहते हंै कि हमें केन्द्र प्याज नहीं दे रहा है। ऐसा करके वे जनता को गुमराह करने के अलावा कुछ नहीं करते हैं।
आखिर मुख्यमंत्री बताएं कि वे दिल्ली की जनता को ऐसा दर्द क्यों दे रहे हैं। आप पार्टी की सरकार प्याज की महंगाई के लिए अपनी नाकामियों का ठीकरा एक बार फिर केन्द्र सरकार पर फोड़ रही है। केन्द्र की मोदी सरकार ने तो दिल्ली को अब तक सस्ती दरों पर प्याज मुहैया कराया है। तिवारी ने कहा कि दिल्ली में ही प्याज की रोजाना की खपत इस समय करीब 2000 टन है जिसकी पूर्ति करने में दिल्ली सरकार फेल हुई है।
प्याज की महंगाई का सबसे बड़ा कारण जमाखोरी है और दूसरा बड़ा कारण है केन्द्र सरकार द्वारा भेजी जा रही प्याज को लेने से इन्कार कर केजरीवाल सरकार द्वारा गंदी राजनीति करना है।