भागलपुर : आगामी लोकसभा के चुनाव में भागलपुर लोकसभा क्षेत्र के मतदाता बाहरी प्रत्याशी का बहिष्कार कर विकास के मुद्दे पर वोटिंग करेंगे। पिछले चुनाव में मोदी लहर रहने के बावजूद भी भाजपा प्रत्याशी शाहनवाज हुसैन जीत हासिल करने में पीछे पड़ गये। भागलपुर लोकसभा क्षेत्र के अन्तर्गत छह विधानसभा बिहपुर, गोपालपुर, पीरपैंती, कहल गांव, भागलपुर एवं नाथनगर आता है। जिसमें नाथनगर, गोपालपुर पर जदयू, कहलगांव, भागलपुर पर कांगे्रस, पीरपैंती पर भाजपा एवं बिहपुर विधानसभा क्षेत्र पर राजद का कब्जा है।
पंजाब केसरी के पत्रकारों द्वारा किये सर्वेक्षण में अगर 2019 के लोकसभा चुनाव में भाजपा स्थाानीय प्रत्याशी देती है तो राजद के हाथों रहे यह सीट झपटने में सफल हो सकता है। उस क्षेत्र में मुस्लिम मतदाताओं की संख्या सबसे अधिक है। वहीं यादव, गोंगता मतदाताओं की चुनाव में अहम भूमिका होती है। माय समीकरण के तहत पिछले चुनाव में राजद प्रत्याशी शैलेश कुमार उर्फ बुलो मंडल भाजपा को शिकस्त देने में सफल रहे। मुस्लिम मतदाताओं का झुकाव पिछले कई वर्षों से राजद की ओर रहा है।
इस बार होने वाला चु नाव में स्थानीय लोगों की निगाहें कोसी क्षेत्र के शिक्षक निर्वाचन से चुने गये डा. एन के यादव पर टिकी है। पेशे से चिकत्सक रहे यादव का नाम क्षेत्र के गरीबों का मुफ्त इलाज करने को लेकर चर्चा में है। अगर भाजपा से इन्हें टिकट मिलती है तो यह सीट पुन: भाजपा के खाते में आ सकती है। कोसी स्नातक निर्वाचन क्षेत्र के विधान परिषद सदस्य डा. नरेन्द्र कुमार यादव भाजपा के सदस्य हैं। कोसी स्नातक निर्वाचन क्षेत्र के तहत 14 जिले आते हंै इन जिलों से लोकसभा के 11 सदस्य निर्वाचित होते हैं।
डा. एन. के. यादव भाजपा में आने के पूर्व लोजपा में थे और 2010 में लोजपा के टिकट पर भागलपुर से विधानसभा का चुनाव लड़ चुके हैं। डा. यादव आगामी लोकसभा चुनाव में भागलपुर लोकसभा से भाजपा के टिकट पर चुनारव लडऩार चाहते हैं। उन्होंने बातचीत के दौरान कहा कि भागलपुर लोकसभा क्षेत्र में यादव, मुसलमान और गंगोता जाति के वोटरों की संख्या तीन तीन लाख है कुल 17 लाख वोटरों से आधे वोटर इन्हीं तीन जातियों के हैं।
राजद के वर्ततान सांसद शैलेश कुमार उर्फ बुलो मंडल गंगोता जाति के हैं और आगामी लोकसभा चुनाव में वे फिर राजद के उम्मीदवार होंगे। मुसलमान का वोट भाजपा को नहीं मिलेगा। इसलिए तीसरी सबसे बड़ी आबादी यादव को टिकट देकर ही भाजपा भागलपुर सीट जीत सकती है। उनका दावा है कि वे पेशे से डॉक्टर हैं और समाज के गरीब और व ंचित वर्गों के लिए वे सस्ती और कम दर पर चिकित्सीय सेवा उपलब्ध कराते हैं।
भागलपुर के मूल निवासी हैं इस कारण भागलपुर के लोगों से भावनात्मक जुड़ाव और अपनापन हैं इसका लाभ उन्हें मिलेगा। विधान पार्षद ने कहा कि ज्ञानेश्वर यादव, जगदम्बी यादव, चुनचुन प्रसाद यादवा, रामशरण यादव, फाल्गुनी यादव और जनार्दन यादव जैसे यादव नेताओं के कारण भागलपुर और आस-पास के लोकसभा क्षेत्रों की राजनीति प्रभावित हुई है।
इनमें से कई संसद केलिए निर्वाचित भी हुए। उनका दावा है कि वे आरएसएस, बीएचपी, एबीवीपी के कार्यक्रमों में सक्रिय भागीदारी निभाते रहे हैं। वे कहते हें कि विधान पार्षद के रूप में भाजपा की संगठनात्मक मजबूती और आधार विस्तार का हरसंभव प्रयाय किया है। इस कारण पार्टी के कार्यकत्र्ता होने के नाते नेतृत्व से अपेक्षा है कि उन्हें एक मौका उपलब्ध कराया जाये। भाजपा उम्मीदवार के रूप में वे जीत का दावा भी करते हैं। साथ ही वेकहते हैं कि पार्टी का हर निर्णय स्वीकार्य है और पार्टी की मजबूती उनका ध्येय है।