नई दिल्ली : करीब नौ साल बाद हो रहे बार काउंसिल ऑफ दिल्ली (बीसीडी) के चुनाव के लिए मतदान शनिवार को समाप्त हो गया। दोनों दिन कुल मिलाकर करीब 31 हजार वोट पड़े। जो करीब 60 प्रतिशत का आंकड़ा बैठता है। आपको बता दें कि बीसीडी के चुनाव में मतदान के पहले दिन 18 हजार वकीलों ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया था। जबकि दूसरे और आखिरी दिन ये संख्या केवल 12 हजार 800 से लगभग रही। कुल मिलाकर दोनों दिन में 30 हजार 800 वकीलों ने अपने मतों को दर्ज कराया।
गौरतलब है कि दिल्ली की सबसे बड़ी लीगल बॉडी का सदस्य बनने के लिए इस बार 173 वकील नेता मैदान में हैं और उनका भविष्य तय करने के लिए करीब 51,000 वोटर्स को वोट करना था जिसमें से करीब 60 प्रतिशत ने वोट डाला। इस दौरान दिल्ली हाईकोर्ट के आसपास यातायात और पार्किंग की खासी समस्या देखने को मिली। ज्ञात हो कि दिल्ली हाईकोर्ट में विशेष इंतजामों के बीच शुक्रवार और शनिवार सुबह 9:30 बजे वोटिंग शुरू हुई जो शाम 5:30 बजे तक चली। इस बीच न तो वकील नेता चैन से बैठे दिखे और न उनके समर्थक।
बीसीडी के चुनाव में कैंडिडेट्स के समर्थक अपने-अपने ढंग से अपने नेता के लिए समर्थन मांगते दिखे। कोई बैलट बूथ पर जाने से पहले कार्ड दिखाकर वोटर को अपने नेता का नाम बता रहा था तो कोई नाच-गाकर अपने पक्ष में माहौल बनाता दिखा। हालांकि इतने जोश और जुनून के बीच भी मतदान प्रक्रिया शांति के साथ चलती रही। यहां तक कि चुनावों में अपने लिए समर्थन जुटाने में वकील नेता भी किसी राजनेता से पीछे नहीं रहे। उन्होंने अपने समर्थकों के लिए खाने-पीने से लेकर गाड़ी तक का इंतजाम कर रखा था। वोट देने के लिए एनसीआर तक से वकील आए हुए थे। अब 19 मार्च को वोटों की काउंटिंग शुरू होगी, जिसमें 173 उम्मीदवारों में से 25 चेहरे निकल कर आएंगे।
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