राजधानी दिल्ली के लोगों को इस बार गर्मियों में जल संकट का सामना करना पड़ सकता है। दिल्ली जल बोर्ड के उपाध्यक्ष राघव चड्ढा ने गुरुवार को इसकी जानकारी देते हुए बताया कि दिल्ली में 25 प्रतिशत पानी की सप्लाई को केंद्र सरकार मार्च-अप्रैल के महीने में रोकने जा रही है।
प्रेस कॉन्फ्रेंस में बोलते हुए आप नेता राघव चड्डा ने कहा कि दिल्ली में गर्मी में पानी की खपत बढ़ जाती है लेकिन केंद्र सरकार नंगल हाइडल चैनल को बंद कर ब्यास नदी के पानी को एक महीने के लिए रोकने जा रही है। इससे दिल्ली में प्रति दिन 232 मिलियन गैलन पानी की कमी हो जाएगी, जो दिल्ली की जल आपूर्ति का 25% हिस्सा है।
उन्होंने कहा कि मेमोरंडम ऑफ अंडरस्टैंडिंग 1981 और सुप्रीम कोर्ट के निर्णय 10 मई 2020 के कानूनी दस्तावेज़ों में लिखा गया है कि दिल्ली को 232 MGD पानी जल आपूर्ति के लिए मिलना चाहिए। केंद्र सरकार की शाखा भाखड़ा ब्यास मैनेजमेंट बोर्ड (BBMB) जिसे रोकने जा रही है, इससे दिल्ली में पानी का गंभीर संकट पैदा हो सकता है।
दिल्ली जल बोर्ड ने केंद्र सरकार, हरियाणा सरकार और BBMB को चिट्ठी लिख कर कहा है कि ऐसे समय में पानी को मत रोके जिस समय दिल्ली में गर्मियां दस्तक दे चुकी होगी। हम जल शक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत जी से भी कहना चाहते है कि वो इस समस्या पर सभी स्टेक होल्डर्स की एक मीटिंग बुलाएं।
उन्होंने कहा कि दिल्ली में अपना कोई वाटर बॉडी नहीं है। दिल्ली को 4 स्रोत पर निर्भर रहना पड़ता है, जिनमें-यमुना का पानी, गंगा का पानी, रावी व्यास का पानी, ग्राउंड का पानी शामिल है। इसमें से एक सोर्स व्यास नदी का पानी। दिल्ली की कुल सप्लाई का 25 फीसदी होता है।
राघव ने बताया कि हमें 12 फरवरी को एक चिठ्टी मिली है जिसमें 25 मार्च से 24 अप्रैल तक नांगल हाइडल चैनल बंद करने की बात कही गई है। इससे 232 एमजीडी पानी की कमी हो जाएगी। उन्होंने कहा कि गर्मी में अगर पानी की सप्लाई बंद हो जाएगी तो दिल्ली में बड़ा जल संकट खड़ा हो सकता है। लॉ एंड ऑर्डर की समस्या हो सकती है। दिल्ली सरकार हरसंभव कोशिश कर रही है कि दिल्ली में पानी की कोई कमी नहीं आए।
राघव ने कहा कि इसे ऐसे समय में रिपेयर किया जाना ताकि दिल्ली में पानी की समस्या नहीं हो, लेकिन काम ऐसे समय में हो रहा है जब दिल्ली में गर्मी बढ़ रही है। उन्होंने कहा कि सीएलसी के माध्यम से कुल मिलाकर 496 क्यूसेक पानी व्यास नदी से दिल्ली आता है। ये दिल्ली आते-आते 432 क्यूसेक रह जाता है।