नई दिल्ली : चिनॉय सेठ जिनके अपने घर शीशे के हों, वो दूसरों पर पत्थर नहीं फेंका करते। यह मशहूर डायलॉग पुरानी हिन्दी फिल्म ‘वक्त’ में अभिनेता राजकुमार ने रहमान को बोला था। आज के हालात में यह डायलॉग केरल के मुख्यमंत्री पिनराई विजयन पर एकदम सटीक बैठता है। भाजपा के राष्ट्रीय संगठन महामंत्री बीएल संतोष ने भी कुछ इसी अंदाज में विजयन पर हमला करते हुए कहा कि जिनके हाथ खून से रंगे हैं, वे दूसरों को क्या शिक्षा देंगे? उनके ट्वीट के बाद सोशल मीडिया पर हंगामा खड़ा हो गया।
राष्ट्रीय संगठन महामंत्री बीएल संतोष ने शनिवार दोपहर करीब दो बजकर 46 मिनट पर ट्वीट किया कि जिनके यानी केरल के सीएम विजयन पर 280 से अधिक राष्ट्रवादी युवाओं के खून का दाग है, वह न्याय की बात कर रहे हैं। इन सभी 280 लोगों को वामपंथी ताकतों द्वारा बेरहमी से मारा गया है और इसमें विजयन पर हत्या के आरोप भी हैं। इसके बाद उन्होंने कटाक्ष करते हुए लिखा कि वामपंथियों की सभ्यता नई पीढ़ी को क्या सीख देगी।
केवल इतना ही नहीं उन्होंने हैशटैग के साथ साफ लिखा है कि जेएनयू हिंसा के पीछे लेफ्ट यानी वामपंथियों का हाथ है। उनके इस ट्वीट के बाद सोशल मीडिया में बवाल खड़ा हो गया है। अवनीश पोखरियाल ने सीएम द्वारा आईशी घोष के सिर पर हाथ रखे हुई तस्वीर पर तंज करते हुए लिखा है कि बेटा बहुत अच्छी एक्टिंग करके आई हो दिल से।
अगले चुनाव में तुम्हारा टिकट पक्का। इसी तरह भारत तोड़ो कैंपेन जारी रखो। अगली कौन सी युनिवर्सिटी में जाना है, इसके बारे में जल्द ही बताऊंगा। सीएम साहब ऊपर वाला सब देख रहा…जय भारत। अचला शर्मा ने ट्वीट करते हुए पूछा कि 18 टांके एक ही दिन में छोटी सी बैंडेज में आ गए। मुझे भी सीखना है कि…क्योंकि एक दिन मुझपर भी लठ्ठ पड़ने वाले हैं।
जेएनयू कर दें बंद…
श्रद्धा शाह ने लिखा कि सभी लोग देश विरोधी का माहौल उत्पन्न कर रहे हैं। इनके परिवार के लोग परमिट कैसे कर देते हैं। सरकार को तत्काल जेएनयू को बंद कर देना चाहिए। अमित विश्वास ने लिखा है कि इन्हें पढ़ाई नहीं नेतागिरी करनी है। ऐसे लोगों को तत्काल जेएनयू से बाहर निकाल देना चाहिए।
कार्तिक कोहली ने लिखा है कि अमित शाह अभी साढ़े चार साल और गृहमंत्री रहने वाले हैं। मैं डरा नहीं रहा हूं, आप लोगों को बता रहा हूं। राजेश रावत ने कटाक्ष किया है कि जिन पर हाथ ही हड़तालियों का हो तो भगवान ही मालिक है।