वरिष्ठ आप नेता संजय सिंह और गोपाल राय ने बृहस्पतिवार को कहा कि हिंसा पर पार्टी का रुख स्पष्ट है कि इसे फैलाने से जुड़े किसी भी व्यक्ति को सख्त सजा दी जानी चाहिए।
उनकी यह प्रतिक्रिया तब आई है जब खुफिया ब्यूरो (आईबी) के मारे गए कर्मचारी के परिवार ने आप पार्षद ताहिर हुसैन पर हत्या के पीछे हाथ होने का आरोप लगाया है। आईबी कर्मचारी अंकित शर्मा (26) उत्तरपूर्वी दिल्ली के दंगाग्रस्त चांदबाग इलाके में अपने घर के पास नाले में मृत पाए गए थे।
अंकित के परिवार के सदस्यों ने आरोप लगाया कि हत्या के पीछे हुसैन तथा उसके साथी हैं। हुसैन ने आरोपों से इनकार किया है। अंकित शर्मा मंगलवार को लापता हो गए थे और उनका शव बुधवार को उनके घर के पास एक नाले में मिला था।
आरोपों पर प्रतिक्रिया करते हुए संजय सिंह ने बताया कि उन्होंने हुसैन का पक्ष भी सुना है और वह दावा कर रहे हैं कि वह निर्दोष हैं। पार्टी का रुख स्पष्ट है कि जो कोई भी हिंसा को फैलाने में शामिल पाया जाए उसे सख्त सजा दी जाए।
आप नेता और पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने कहा कि धर्म या जाति पर ध्यान दिए बिना जांच होनी चाहिए और हिंसा भड़काने में शामिल पाए गए लोगों के खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए।
गोपाल राय ने पत्रकारों से कहा, ‘‘मुझे सिर्फ यह कहना है कि – धर्म या जाति पर ध्यान दिए बिना जांच होनी चाहिए और कार्रवाई होनी चाहिए चाहे वह ताहिर हुसैन हो या (भाजपा नेता) कपिल मिश्रा।’’
उत्तरपूर्वी दिल्ली में संशोधित नागरिकता कानून विरोधी और समर्थक समूहों के बीच हुई हिंसा के बाद तीन दिन पहले हुई साम्प्रदायिक झड़पों में 34 लोग मारे जा चुके हैं और 200 से अधिक लोग घायल हो गए हैं।
बेकाबू भीड़ ने मकानों, दुकानों, वाहनों, एक पेट्रोल पम्प को फूंक दिया तथा स्थानीय निवासियों और पुलिसकर्मियों पर पथराव किया। दंगों से सबसे ज्यादा प्रभावित जाफराबाद, मौजपुर, बाबरपुर, यमुना विहार, भजनपुरा, चांदबाग, शिव विहार इलाके रहे।