दिल्ली सरकार में हुए शराब घोटाले में आम आदमी पार्टी के कई नेताओं के नाम चुके है जिसमें सबसे बड़ा नाम उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया और सत्येंद्र जैन का है। लेकिन शराब घोटाले की इस लिस्ट में सांसद संजय सिंह का नाम भी शामिल हो चुका है। बीते दिनों संजय सिंह को ईडी ने गिरफ्तार कर लिया है। वो पांच दिन तक सीबीआई की कस्टडी में रहेंगे। इस दौरान उनसे कई सवाल भी किए जाएंगे।
संजय सिंह पर क्या आरोप लगा
मनीष सिसोदिया की तरह संजय सिंह पर भी आरोप है की उन्होंने शराब विक्रेताओं को लाभ पहुंचाकर करोड़ो रुपए अपने घर पर पहुंचाए। इस बात का खुलासा शराब के बीजनसमैन दिनेश अरोड़ा ने किया है। दिनेश आरोप ने ही संजय सिंह को करोड़ो रुपए देने की बात कही है।
कौन है दिनेश अरोड़ा
संजय सिंह सिर्फ दिनेश अरोड़ा के बयान के आधार पर गिरफ्तार हुए है इसलिए ये जान लेना जरुरी हो जाता है कि दिनेश अरोड़ा कौन है दिनेश अरोड़ा रेस्टोरेंट बिसनसमैन है। उनके खिलाफ शराब घोटाले के संबंध में दर्ज एफ़आईआर दर्ज की गई है। वो 'राधा इंडस्ट्रीज' के निदेशक है। दिनेश अरोड़ा को मनीष सिसोदिया का 'करीबी बताया जाता है। फिलहाल वे जमानत पर बाहर है। साल 1999 में दिनेश अरोड़ा ने पूजा से शादी की थी। द न्यू इंडियन एक्सप्रेस को दिए एक इंटरव्यू में दिनेश अरोड़ा ने बताया था कि साल 1992 में एक शादी के फंक्शन में उनकी दोस्ती पूजा से हुई थी. उस वक्त वे 12वीं क्लास में थे।
दिनेश अरोड़ा रेस्टोरेंट बिजनस मैन है
शुरू में दिनेश अरोड़ा कपड़े का बिजनेस करते थे, लेकिन 2008 में उन्होंने अपने सपने को पूरा करने का सोचा। दिनेश का सपना, फूड और बेवरेज इंडस्ट्री में जाने का था. वे देश के अलग अलग इलाकों में अच्छे महंगे रेस्टोरेंट खोलना चाहते थे। इसलिए साल 2009 में दिनेश अरोड़ा ने दिल्ली के साउथ एक्सटेंशन में चर्चित रेस्टोरेंट पिंड बलूची की फ्रेंचाइजी ली और फिर पीछे मुड़कर नहीं देखा।
खुद का बनाया ब्रैंड
दो साल बाद उन्होंने खुद का एक ब्रैंड बनाया जिसे उन्होंने नाम दिया एल्फ कैफे. यह रेस्टोरेंट उन्होंने दिल्ली के पॉश इलाके हौज खास से शुरू किया। इसके बाद साल 2014 में लाइट्स कैमरा एक्शन 2015 में अनप्लग्ड कोर्टयार्ड, 2016 में बॉम्बे बार, साल 2018 में स्वाद और 2019 में ला रोका जैसे महंगे रेस्टोरेंट शुरू किए।
केजरीवाल सिसोदिया के करीबी बताए जाते है दिनेश
साल 2020 में दिल्ली सरकार ने शराब माफियाओं पर नकेल कसने और राजस्व बढ़ाने के उद्देश्य से नई शराब नीति प्रस्तावित की और 17 नवंबर 2021 को इसे लागू कर दिया गया। इस दौरान नई शराबों की दुकानें खोली गई और लाइसेंस देकर सरकार ने करोड़ो रुपए उनसे लिए । आरोप लगाए जाते है कि दिल्ली सरकार ने दुकानें निजी हाथों में सौंप दी जिससे उनहें खूब पैसा मिला इस पैसों को लेकर ईडी ने दिनेश और संजय सिंह पर शिकंजा कस दिया है। सीबीआई ईडी मिलकर केजरीवाल समेत कई मंत्रियों के घर पर छापेमरी कर रही है.