महिला आरक्षण बिल की मांग लंबे समय से हो रही थी फिर बीजेपी की सरकार में इसे कानूना बनाने का रास्ता साफ हुआ तो बीजेपी ने बिल को दोनों सदनों में पास कर दिया । इसके बाद नारी शक्ति वंदन बिल पर प्रैसिडेंट की मुहर लगेगी और फिर ये कानून बन जाएगा।
बीजेपी महिला कानून के बता रही फायदे
एक तरफ बीजेपी इस कानून को लेकर महिलाओं को होने वाले फायदे बता रही तो दूसरी तरफ इस कानून का विरोध भी हो रहा है इस कानून को लेकर RJD के जाने माने नेता ने विवादिता बयान दिया है जिसके बाद उनके बयान को लेकर बवाल हो रहा है।
आरजेडी के नेता ने बिल पर कहे अपशब्द
दरअसल आरजेडी के राष्ट्रीय महासचिव अब्दुल बारी सिद्दीकी ने एक सम्मेलन में कहा है कि महिला आरक्षण के नाम पर लिपस्टिक और बॉब कट वाली महिलाएं आ जाएंगी और आपकी महिलाओं का हक मार लेंगी उनका ये बयान काफी वायरल हुआ तो बीजेपी ने उनका विरोध भी किया जिसके बाद सिद्दीकी ने अपने बयान को लेकर अब माफी मांगी है।
अब लिपिस्टिक वाली हक मारेंगी हमारा
मुजफ्फरपुर के बीबीगंज में स्थित एक सामाजिक जागरूकता सम्मेलन में भाग लेने पहुंचे सिद्दीकी ने आगे कहा कि यदि देना है तो पिछड़ा और अत्यंत पिछड़ा महिलाओं को आरक्षण दें। अत्यंत पिछड़े का भी कोटा तय कर दिया जाना चाहिए, वरना लिपस्टिक वाली आ जाएगी। उन्होंने मंच से पार्टी कार्यकर्ताओं और समर्थकों को टीवी और सोशल मीडिया से दूर रहने की नसीहत भी दी।
आरजेडी सांसद मनोज झा के बायान से बवाल
वहीं दूसरी तरफ आरजेडी सांसद मनोज झा के भी एक बयान पर बवाल मचा हुआ है। उन्होंने संसद के विशेष सत्र के दौरान ठाकुरों पर विशेष टिप्पणी की थी। उनके इस भाषण पर उनकी ही पार्टी के नेता ने आपत्ति जताई थी हालांकि पार्टी ने मनोज झा का समर्थन किया है। इस कविता को लेकर सांसद मनोज का कहना था कि कविता किसी जाति विशेष के लिए नहीं थी।
सिद्दीकी के विवादित बयान पर लगे आरोप
वहीं सिद्दीकी के विवादित बयान पर विरोधी दल के नेता विजय कुमार सिन्हा ने भी प्रतिक्रिया दी है उन्होंने कहा कि उनका यह बयान महिलाओं का अपमान है और यह उनकी विकृत मानसिकता को दर्शाता है।
सिद्दीकी ने अपशब्द कहने पर मांगी माफी
सिद्दीकी का बयान वायरल होने के बाद लोगों की इस पर कड़ी प्रतिक्रिया आई हैं। हालांकि बाद में उन्होंने अपने इस बयान को लेकर माफी भी मांगी है। सिद्दिकी ने कहा कि मेरे बयान के सिर्फ एक हिस्से को ही लिया गया है उन्होंने स्पष्टिकरण देते हुए आगे कहा कि सभा में आई माताओं और बहनों को समझाने के लिए मैने आसान भाषा का इस्तेमाल किया है। उसे हंसी-मजाक में मैने कहा था मेरी भाषा से किसी को बुरा लगा हो तो मैं माफी मांगती हूं।