नई दिल्ली : मुझे बहुत दुख होता है जब महिलाएं दूसरी महिलाओं का दर्द नहीं समझती हैं। महिलाओं को महिला के साथ हर वक्त कदम से कदम मिलाकर चलना चाहिए और जहां तक हो सके महिला के मुद्दे पर एक आवाज बनकर साथ देना चाहिए। जिससे उन महिलाओं का भी हौसला बढ़ता है जो डर और बदनामी के कारण दुनिया के सामने अपनी बात रखने से कतराती हैं। दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष स्वाति जयहिंद मंगलवार को ट्विटर पर हैसटैग ‘स्वाति जयहिंद’ पर ट्विटर यूजरों के सवालों का जवाब दे रही थी।
इस दौरान एक यूजर ने उनसे पूछा कि छोटी बच्चियों के साथ यौन शोषण के मामलों में काफी बढ़ोतरी हुई है। इसका जवाब देते हुए स्वाति ने कहा कि देश में छोटी बच्चियों के साथ यौन शोषण करने वाले लोगों को कानून व पुलिस का डर नहीं है। हमें इस मुद्दे पर सभी को एकजुट होकर आवाज उठाने की जरूरत है और केंद्र सरकार को भी इस मामले पर गंभीर होना होगा। देशभर में मी-टू कैंपेन को लेकर राजनीति, बॉलीवुड व पत्रकारिता जगत के नामी चेहरे सामने आए हैं।
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जिन पर मी-टू कैंपेन को लेकर यौन शोषण को लेकर आरोप लगाया गया है। स्वाति से भी ट्विटर पर यूजरों ने अधिकतर सवाल मी-टू कैंपेन को लेकर पूछे। इस पर उन्होंने जवाब देते हुए कहा कि मी-टू कैंपेन को लेकर जितने भी महिलाओं ने अपनी यौन शोषण की बात रखी है। पुलिस को सबसे पहले सभी महिलाओं से संपर्क करना चाहिए। महिलाओं को स्टेटमेंट को रिकॉर्ड कर आरोपित के खिलाफ मुकदमा दर्ज करना चाहिए।