कोरोना वायरस के चलते 21 दिन की राष्ट्रीय बंदी (लॉकडाउन) के मद्देनजर कोयले की महत्वपूर्ण आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिये काम कर रही है। कोयला मंत्रालय ने एक बयान में शनिवार को इसकी जानकारी दी। मंत्रालय ने कहा, ‘‘कोयला, खदान तथा संसदीय मामलों के मंत्री प्रह्लाद जोशी ने सुनिश्चित किया है कि कोयला आपूर्ति को जरूरी सेवा माना जाये।
उन्होंने मंत्रालय के सभी अधिकारियों को राष्ट्रीय बंदी के दौरान कोयले की पर्याप्त सुनिश्चित करने के लिये मेहनत से काम करने को कहा है ताकि मौजूदा परिस्थिति में बिजली आपूर्ति तथा अन्य महत्वपूर्ण क्षेत्र प्रभावित नहीं हों।’’अभी 26 मार्च के आंकड़ों के अनुसार, देश के बिजली संयंत्रों के पास 418 लाख टन कोयले का भंडार है। यह 24 दिन के उत्पादन के लिये पर्याप्त है।
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बयान में कहा गया कि कोयला उत्पादन, आपूर्ति की निगरानी के लिये मंत्रालय के सभी वरिष्ठ अधिकारियों की रोजाना बैठक हो रही है। इस तरह की पहली डिजिटल बैठक 26 मार्च को कोयला सचिव अनिल कुमार जैन ने वीडियो कांफ्रेंस के माध्यम से की। बयान में कहा गया कि केंद्रीय मंत्री को दैनिक रिपोर्ट दी जा रही है।