इंग्लैंड : अंतरराष्ट्रीय योग दिवस की धूम सिर्फ भारत में ही नहीं, बल्कि विदेशों में खूब रही। अगर केवल इंग्लैंड की बात करें तो यहां योग दिवस के उपलक्ष्य में कई शहरों में भव्य कार्यक्रमों का आयोजन किया गया। जिसमें लोगों ने बढ़चढ़ कर हिस्सा लिया। इंग्लैंड में रह रहे भारतीयों के साथ-साथ इंग्लैंड के लोगों अंदर योग का खुमार इस कदर छाया हुआ था, कि जो लोग किन्हीं कारणों की वजह से कार्यक्रम में पहुंचकर योग नहीं कर पाए।
वह अपने घर के समीप स्थित पार्क या फिर अपने घरों में ही योग किया। जानकारी के मुताबिक, इंग्लैंड के लीड्स, न्यूयॉर्क, बोल्टन अबे, लंदन और एडिनबर्ग शहर में योग दिवस को लेकर बड़े कार्यक्रमों का आयोजन किया गया। इंग्लैंड में योग के दौरान मौजूद राज शर्मा. तान्वी गौड़, दीपक शर्मा, हेडन, जुलियन, मार्क, पॉल और मैथ्यू का कहना है कि योग से बड़ी शक्ति मिलती है। स्पूर्ति आती है। ये बहुत इंटरेस्टिंग है। यहां योगा-डे का बहुत दिनों से इंतजार हो रहा था।
कैसे हुई योग दिवस की शुरुआत?… अंतरराष्ट्रीय योग दिवस मनाने की शुरुआत भारत की पहल के चलते हुई। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संयुक्त राष्ट्र महासभा में 27 सितंबर 2014 को दुनियाभर में योग दिवस मनाने का आह्वान किया था। संयुक्त राष्ट्र महासभा ने प्रस्ताव आने के बाद सिर्फ तीन महीने के अंदर इसके आयोजन का ऐलान कर दिया था। महासभा की तरफ से 11 दिसंबर 2014 को यह ऐलान किया गया कि 21 जून का दिन दुनिया में योग दिवस के रूप में मनाया जाएगा। जिसके बाद दुनिया भर के लोग हर साल 21 जून को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के रूप में मनाते हैं।
डॉ. विनय सहस्त्रबुद्धे ने लंदन में मनाया योग दिवस… भाजपा से राज्यसभा सांसद डॉ. विनय सहस्त्रबुद्धे ने योग दिवस भारत की बजाय लंदन में मनाया। लंदन शहर के फेस्टिवल गार्डेन में उन्होंने लोगों के साथ योग किया। उन्होंने इसको लेकर एक ट्विट भी किया है। उन्होंने लिखा कि यहां योग करके उन्हें जो खुशी मिल रही है, वह शब्दों में बयां नहीं कर सकते। इस कार्यक्रम में पहुंचे भारतीय हाई कमिश्नर रूचि घनश्याम का भी उन्होंने धन्यवाद किया।
– सतेन्द्र त्रिपाठी