दक्षिणी दिल्ली : आज साइबर क्राइम डिजिटल इंडिया की सबसे बड़ी चुनौती है। यदि हम डिजिटल इंडिया के प्रति लोगों के मन में भरोसे को बरकरार रखना चाहते हैं तो इस क्षेत्र में जीरो टॉलरेंस की नीति अपनानी होगी। साइबर क्राइम बेशक एक बड़ी चुनौती है लेकिन यह सुकून की बात है कि हमने ऐसी क्षमता का विकास कर लिया है, जो इस चुनौती का मुकाबला कर सकता है।
ये बातें द्वारका सेक्टर 16 में सोमवार को साइबर प्रिवेंशन, अवेयरनेस एंड डिटेक्शन सेंटर व नेशनल साइबर फोरेंसिक लैब के उद्घाटन अवसर पर केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने कही। इस दौरान कांस्टेबल, हेड कांस्टेबल और इंस्पेक्टर के लिए 56 नवनिर्मित क्वाटर का भी उद्घाटन किया गया। वहीं साइबर जागरूकता के क्षेत्र में 15 शिक्षकों को सम्मानित किया गया।
इस मौके पर दिल्ली के उपराज्यपाल अनिल बैजल, दिल्ली पुलिस आयुक्त अमूल्य पटनायक समेत कई उपस्थित थे। गृह मंत्री ने कहा कि आज साइबर तकनीक का इस्तेमाल गलत लोग दुनिया में दहशत फैलाने, महिलाओं को परेशान करने, आर्थिक अपराध व अन्य गलत कार्यों के लिए करते हैं। अब अपराध के तौर-तरीके बदल चुके हैं।
ऐसे में साइबर संसार को कई तरह की चुनौतियों से निपटना पड़ रहा है। साइबर तकनीक की मदद से अपराधी दुनिया में कहीं भी किसे भी अपना निशाना बना सकते हैं। ऐसे में अब पुलिस के लिए नई-नई चुनौतियां सामने आ रही है। अपराध के तौर तरीके बदल रहे हैं।