पाकिस्तान एक ऐसा देश है जिसका कोई ईमान और कोई धर्म नहीं है। आतंकवाद का प्रमोटर बनकर उसकी विचारधारा ही बदल गई। पड़ोसी राष्ट्रों के साथ संबंधों को लेकर न उसकी कोई नीति थी और न भविष्य की कोई योजना ही है। बची-खुची कसर कश्मीर को लेकर रोज-रोज किये जा रहे विधवा विलाप ने पूरी कर दी। पीओके जो पाकिस्तान आक्यूपाइड कश्मीर के नाम से मशहूर है, में वह भारतीय कश्मीर का हिस्सा अपने आप में समेटकर चूहे को हल्दी की गांठ क्या मिली वह पंसारी की तरह व्यवहार कर रहा है। जबकि सब जानते हैं कि कश्मीर भारत का एक अभिन्न अंग है।
इस मामले में मोदी सरकार ने न केवल पाकिस्तान को बल्कि चीन के साथ-साथ पूरी दुनिया को संदेश दे रखा है कि कश्मीर की तरफ आंखें उठाकर देखने वालों की आंखें निकाल ली जाएंगी। जिस आर्टिकल 370 की आड़ में कश्मीर में नेकां और पीडीपी अपना खेल खेल रहे थे उसे खत्म कर मोदी सरकार ने जहां पूरे देश का दिल जीत लिया वहीं अब पाकिस्तान की हालत इतनी खराब है कि वह अब अपने पीओके और गिलगित को बचाने के लिए मारा-मारा फिर रहा है। यह बात हम नहीं खुद पाकिस्तान के बड़े-बड़े नेता कह रहे हैं। जहां प्रधानमंत्री इमरान खान और उनके कैबिनेट के कई मंत्री अब भारत से बचने के लिए परमाणु बम की धमकियां दे रहे हैं तो वहीं उसके विपक्षी नेता इमरान खान को पानी पी-पीकर कोस रहे हैं कि वह भारत के महान प्रधानमंत्री मोदी का मुकाबला कैसे करेंगे जिन्होंने पूरी दुनिया में कश्मीर मामले पर पाकिस्तान को अलग-थलग कर दिया।
पाकिस्तान पीपल पार्टी के अध्यक्ष बिलावल भुट्टो जो कि बेनजीर भुट्टो का बेटा है, ने दो दिन पहले इमरान खान को खरी-खरी सुनाते हुए कहा कि भारतीय कश्मीर पर कब्जा करने का शोर मचाने की बजाय अपना पीओके बचाने की कोशिश करो क्योंकि हिंदुस्तानी हवाई फौज ने जिस तरह बालाकोट में घुसकर तबाही मचाई और उससे पहले पीओके में घुसकर सर्जिकल इस्ट्राइक की तो उससे बचने का तरीका ढूंढना चाहिए। इतना ही नहीं पाकिस्तान मुस्लिम लीग (एन) की नेता पूर्व पीएम नवाज शरीफ की बेटी मरियम ने भी इमरान खान को जबर्दस्त लताड़ लगाते हुए कहा कि अमरीकी राष्ट्रपति ट्रंप के चक्कर में और आतंक के खेल में उसने क्या कमाया।
भारत के प्रधानमंत्री मोदी ने उसे धो कर रख दिया। पाकिस्तान की सत्ता के कई लोग भारत से सावधान रहने की गुहार लगा रहे हैं। खुद इमरान खान सड़कों पर आकर रैलियां कर रहे हैं जिनमें दो सौ-ढाई सौ लोग हैं और उनके बीच में इमरान कह रहे हैं कि कश्मीर को मैंने अंतर्राष्ट्रीय मुद्दा बना दिया। जब वह ऐसा कहते हैं तो उनका मजाक उड़ रहा है। उनकी पाकिस्तान के लोग कह रहे हैं कि इमरान ने देश को दिवालिया बना दिया है। वह कटोरा हाथ में लेकर हर बड़े मुल्क के पास मदद की गुहार लगा रहे हैं। हालत यह है कि लोग तंज कस रहे हैं कि अगर नेट पर भिखारी लिखो तो हाथ में कटोरा लिये इमरान की फोटो आ रही है। खुद अमरीकी राष्ट्रपति ट्रंप, फ्रांस, रूस और ब्रिटेन तक कह चुके हैं कि कश्मीर भारत का अंदरूनी मामला है और 370 को खत्म किये जाने काे लेकर हमें कुछ नहीं कहना। पाकिस्तान को जो बात करनी है वह दूसरे पक्ष भारत के साथ ही अपनी बात करे।
हालात यह हैं कि भारतीय फौज जिस तरह से अलर्ट है और गृहमंत्री अमित शाह तथा रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने साफ चेतावनी दी है कि पीओके और अक्साइचिन भी लेकर रहेंगे तब से पाकिस्तान के होश उड़ गए हैं और इमरान मारे-मारे फिर रहे हैं। इसीलिए लोग कह रहे हैं कि अगर कभी निकट भविष्य में नक्शे से पाकिस्तान का नाम मिट जाए तो इसे ज्यादा हैरानी के रूप में न देखा जाए। यह सब मोदी सरकार की जबर्दस्त विदेशी नीति की वजह से हो रहा है और अब आतंकी या पाक घुसपैठिये कश्मीर की आड़ में कुछ भी करने से पहले सौ बार सोचेंगे। यह भारत की जबर्दस्त जीत है आैर सरकार की कर्त्तव्यपरायणता जिस पर पूरे देश को नाज है।
मोदी सरकार ने कश्मीर को लेकर जिस तरह से पाकिस्तान को बेनकाब किया तो वहीं कई और अंतर्राष्ट्रीय मामलों में चाहे वह अपने सैनिक जाधव का मामला हो जिसे पाकिस्तान ने कैद कर रखा है और उसे मृत्युदंड देने की घोषणा तक कर डाली है लेकिन आईसीजे में मोदी सरकार ने अपने कौशल से ऐसी फील्डिंग जमाई कि पाकिस्तान को वहां भी मुंह की खानी पड़ी और उसके फैसले पर रोक लग चुकी है और भगवान ने चाहा तो वह सुरक्षित वापस लौटेंगे। कश्मीर की आड़ लेकर सत्ता के खिलाड़ी चाहे फारुख या उमर हों या फिर पूर्व सीएम महबूबा सहित अन्य हुर्रियत नेता सब बेनकाब हो चुके हैं। भारत ने वहां पुलवामा या उड़ी में हमारे जवानों से खून की होली खेलने वालों को करारा सबक सिखाया है। अब कश्मीर को लेकर कोई खेल खेलने की हिमाकत नहीं कर सकता। देश की यह सबसे बड़ी जीत है और मोदी सरकार इसके लिए बधाई की पात्र है।